अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने मंगलवार को कहा कि ननकाना साहब शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जाने वाले जत्थे को केंद्र सरकार ने जानबूझकर इजाजत नहीं दी थी। केंद्र सरकार द्वारा खालसा स्थापना दिवस के अवसर पर पाकिस्तान जाने वाले जत्थे को इजाजत देने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीबी जगीर कौर ने कहा कि पहले कोरोना वायरस संक्रमण का हवाला देकर सरकार ने जत्थे को पाकिस्तान जाने से रोका था तो क्या अब कोरोना खत्म हो गया है।
उन्होंने कहा कि हर साल रुटीन अनुसार चार जत्थे पाकिस्तान के गुरुधामों की यात्र के लिए जाते हैं और ऐसे में भारत सरकार की तरफ से इजाज़त देना कोई अलग बात नहीं है। उन्होंने कहा कि शौर्यगाथा श्री ननकाना साहब की शताब्दी के अवसर पर फरवरी माह में विशेष जत्थे को कोरोना वायरस और सुरक्षा का मामला बता कर रद्द कर देने के बाद अब खालसा स्थापना दिवस के लिए जत्थों की इजाज़त भारत सरकार के पहले फ़ैसले पर सवाल पैदा करने वाली है। इससे साफ जाहिर है कि उस समय भारत सरकार ने जानबूझ कर जत्थे पर रोक लगाई थी।
बीबी जगीर कौर ने श्री करतारपुर साहब गलियारा के संबंध में भारत सरकार के नकारात्मक रवैये को भी सिख भावनाओं के विरुद्ध करार दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के नाम पर ही गलियारा को भी बंद किया हुआ है। गलियारा को खोलने के लिए केंद्र सरकार को संजीदगी के साथ विचार करना चाहिए।