"छांग-अ नम्बर पांच" चंद्रमा डिटेक्टर के सफल प्रक्षेपण के अवसर पर पहला वनछांग अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष मंच 24 नवम्बर को दक्षिण चीन के हाईनान प्रांत की राजधानी हाईखओ में आयोजित किया गया। चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो के मुताबिक, चीन वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन की योजना बना रहा है। भविष्य में, छोटे खगोलीय वस्तुओं की खोज, मंगल के नमूने को प्राप्त करके वापसी, बृहस्पति प्रणाली और इंटरप्लेनेटरी क्रॉसिंग डिटेक्शन जैसे मिशन को लागू किया जाएगा। चीन भविष्य में चांद और गहरी अंतरिक्ष अन्वेषण गतिविधियों में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसियों की सक्रिय भागीदारी का स्वागत करता है।
बताया जाता है कि अभी तक चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो 44 विदेशी अंतरिक्ष संस्थाओं और 4 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ 140 से अधिक अंतरिक्ष सहयोग दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कर चुका है। चाँद और मंगल पर अन्वेषण कार्यों में व्यापक सहयोग किया जा रहा है। उस दिन मंच में “चीनी अंतरिक्ष विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग रिपोर्ट” जारी की गई, जिससे पता चला है कि चंद्र अन्वेषण क्षेत्र में चीन “चंद्रमा की परिक्रमा, चंद्रमा पर लैंडिंग, चंद्रमा से वापसी” तीनों कदमों के अनुसार अपना लक्ष्य साकार करेगा। अभी-अभी सफल रूप से प्रक्षेपित छांग-अ नम्बर पाँच डिटेक्टर के आधार पर क्रमशः नम्बर छह, नम्बर सात, नम्बर आठ आदि चंद्र अन्वेषण मिशन को लागू करेगा। इसके साथ ही चीन अंतरराष्ट्रीय चंद्र अनुसंधान स्टेशन स्थापित करने की योजना बना रहा है।
चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो के महासचिव श्वी होंगल्यांग ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष सहयोग की चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान में चीन रूस, यूक्रेन, फ्रांस, इटली, अर्जेंटीना आदि देशों के साथ 18 अंतरिक्ष सहयोग तंत्र स्थापित कर चुके हैं। इसके साथ ही चीन ने संयुक्त राष्ट्र अंतरिक्ष परिषद समेत 18 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कार्यों में भाग लिया। उपग्रह क्षेत्र में चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो यूरोपीय अंतरिक्ष ब्यूरो, फ्रांस, ब्राजील, इटली आदि देशों और संगठनों के साथ सहयोग करते हुए अनुसंधान करके कई उपग्रहों को तैयार किया। भविष्य में जलवायु परिवर्तन, अंतरिक्ष विज्ञान, उपग्रह डेटा आदि क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा।
( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )