आज देशभर में 'मकर संक्रांति' का पर्व उत्साह पूवर्क मनाया जा रहा है। इस खास दिन कई लोग जल्दी उठ स्नान के बाद उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ-साथ दान-पुण्य का कार्य भी करते हैं। 'मकर संक्रांति' के दिन रोग से बचाव और संपन्नता के लिए काले तिल के साथ कंबल दान करना लाभकारी होता है।
बता दें कि सूर्य गुरुवार दोपहर 2:03 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके साथ खरमास समाप्त हो जाएगा। गुरु और शुक्र के अस्त होने के कारण मार्च तक विवाह नहीं होंगे। इसके बाद 19 अप्रैल को शुक्रोदय के बाद 23 अप्रैल से विवाह होंगे।
इसके अलावा सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण होने पर शिशिर ऋतु की शुरुआत होगी। यह श्रवण नक्षत्र में पहला पवित्र स्नान होगा। दूसरा स्नान पौष पूर्णिमा पर 28 जनवरी को होगा। वहीं 11 फरवरी को मौनी अमावस्या पर तीसरा स्नान होगा। इसके अलावा 16 फरवरी को वसंत पंचमी और 27 फरवरी पर माघ पूर्णिमा पर पंचम स्नान होगा। अंतिम छठा स्नान 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर होगा।