नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण अभियान में मोबाइल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाएगा। इस महामारी का टीका जल्द उपलब्ध होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी- 2020) के चौथे संस्करण का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश को दूरसंचार उत्पादों, उनके डिजाइन, विकास और विनिर्माण का बड़ा केंद्र बनाने के लिए सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है। इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए सरकार ने उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना की शुरुआत की है।
पीएम ने 5वीं पीढ़ी की मोबाइल सेवा या 5जी मोबाइल नेटवर्क को जल्द से जल्द से शुरू करने पर जोर देते हुए कहा कि इससे ‘मल्टी-जीबीपीएस पीक डेटा स्पीड’ उपलब्ध हो सकेगी। मोबाइल प्रौद्योगिकी को जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे पारदर्शिता और कोरोना महामारी के दौरान रोजमर्रा के काम करने में काफी मदद मिली है। कोविड-19 का टीकाकरण अभियान चलाने में भी इससे मदद मिलेगी। हालांकि, उन्होंने इसका ब्योरा नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मोबाइल प्रौद्योगिकी से लाखों लोगों को अरबों डॉलर का फायदा हुआ है। इसकी वजह से ही आज नकदी रहित लेनदेन बढ़ा है।’’मोदी ने मोबाइल प्रौद्योगिकी को जीवन के हर क्षेत्र में बेहतरी लाने वाला बताया और कहा कि आज भारत मोबाइल विनिर्माण के क्षेत्र में दुनिया का सबसे पसंदीदा केंद्र बनकर उभरा है।
मोदी ने कहा कि सरकार दूरसंचार प्रौद्योगिकी और समूचे दूरसंचार क्षेत्र में पूरी क्षमता का इस्तेमाल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। आने वाले 3 साल में हर गांव को उच्च गति की फाइबर आप्टिक केबल के जरिए जोड़ दिया जाएगा। योजना पर काम हो रहा है। अंडमान निकोबार को पहले ही तीव्र गति की दूरसंचार सेवा से जोड़ा जा चुका है। इसके साथ आकांक्षी जिलों, चरम वामपंथी गतिविधियों से प्रभावित जिलों और पूर्वोत्तर राज्यों तथा लक्षद्वीप को भी तीव्र दूरसंचार सेवा से जोड़ने पर हमारा ध्यान है।