चंडीगढ़: नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने शौर्यचक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की जांच की जिम्मेदारी खुद ले ली है। तरनतारन में संधू की 16 अक्तूबर, 2020 में हत्या कर दी गई थी। एनआईए अधिकारियों के अनुसार तरनतारन के भिखीविंड में उनके निवास कम स्कूल में दो व्यक्तियों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। पंजाब पुलिस ने संधू की पत्नी जगदीश कौर के बयान पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
पंजाब में आतंकवाद के दौरान बलविंदर सिंह और उनके परिवार ने निडर होकर आतंकवादियों का मुकाबला किया था। इस निडर लड़ाई को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें 1993 में शौर्य चक्र से नवाजा था। संधू और उनकी पत्नी जगदीश कौर के अलावा उनके बड़े भाई रंजीत सिंह उनकी पत्नी बलराज कौर को भी सरकार ने सम्मानित किया था। संधू हत्याकांड की प्रारंभिक जांच में पंजाब पुलिस को पता चला है कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी लखबीर सिंह रोडे और आईएसआई ने इस घटना को अंजाम देने के लिए साजिश रची थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक गैंगस्टर से आतंकी बने मुखमीत सिंह के जरिए संधू की हत्या को अंजाम दिया गया। मुखमीत सिंह गुरदासपुर के गांव भीखरीवाल का रहने वाला है।