नयी दिल्ली : जमानत मिलने के एक दिन बाद शनिवार को श्रम अधिकार कार्यकर्ता नवदीप कौर ने लोगों से शिव कुमार की रिहाई के लिए आवाज उठाने की अपील की, जो कौर के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों में सह-आरोपी हैं। मजदूर अधिकार कार्यकर्ता कौर की गिरफ्तारी के कुछ ही दिनों बाद, मजदूर अधिकार संगठन के अध्यक्ष कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था। कौर को 12 जनवरी को एक औद्योगिक इकाई का कथित रूप से घेराव करने और कंपनी से पैसे की मांग करने समेत हत्या के प्रयास और कुछ अन्य आरोपों के तहत दर्ज मामले में गिरफ्तार किया गया था। कौर ने सिंघू बॉर्डर पर एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, शिव कुमार आज भी जेल में हैं। कोई भी उनके बारे में बात नहीं कर रहा है। वह निदरेष हैं। उन्हें पुलिस ने बुरी तरह पीटा। उनकी हड्डियां टूट गईं। मैं लोगों से उनकी जमानत के लिए आवाज उठाने का अनुरोध करती हूं। शनिवार को सिंघू बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन में फिर से शामिल होने वाली कौर ने कहा कि इस आंदोलन में सभी के योगदान की जरुरत है, चाहे वह किसान हो या श्रमिक। अपने मामले के बारे में बात करते हुए, कौर ने दावा किया कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और पुलिस के पास उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उन्होंने पुलिस पर हिरासत में पिटाई करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, उन्होंने मेरे साथ र्दुव्यवहार किया, मेरे बाल खींचे, मुझे थप्पड़ मारे और मुझसे जबरदस्ती साइन करवाया। मैं चल भी नहीं पा रही थी। हालांकि, पुलिस ने इस आरोप को निराधार बताकर इनका खंडन किया है।
Navdeep Kaur , Shiv Kumar's release