नई दिल्लीः उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने देशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा है कि संवैधानिक मूल्य प्रबुद्ध नागरिकों के सृजन के लिए मूलभूत सिद्धान्त हैं जो हमारी लोकतांत्रिक जड़ों को और मजबूत बनाने के लिए अनिवार्य हैं।
नायडू ने सोमवार को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो संभावनाओं से परिपूर्ण है और यह सर्वांगीण विकास के ऐसे मार्ग पर अग्रसर हो रहा है जो सकल समावेशी और संपोषणीय है। हमारा लोकतंत्र जोशपूर्ण है और सुशासन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पहले से कहीं अधिक सुदृढ़ है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं गणतंत्र दिवस समारोह के इस आनंदपूर्ण अवसर पर अपने देश के समस्त नागरिकों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। इस अवसर पर हमें संविधान तथा स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और सभी के लिए न्याय के पोषित आदशरें पर आधारित हमारे गणतंत्र के आधारभूत सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराना चाहिए। हमारे संवैधानिक मूल्य प्रबुद्ध नागरिकों के सृजन हेतु वे मूलभूत सिद्धान्त हैं जो हमारी लोकतांत्रिक जड़ों को और मजबूत बनाने के लिए अनिवार्य हैं।’’
उप राष्ट्रपति ने कहा कि इस अवसर पर हम देश के सभ्यतागत आदशरें और संवैधानिक मूल्यों को कायम रखने के अपने संकल्प को दोहराएं और एक सकल समावेशी, शांतिपूर्ण, समरसतापूर्ण और प्रगतिगामी भारत का निर्माण करने के प्रति स्वयं को समर्पित करें। इस आनंदपूर्ण दिवस पर हम अपने गणतंत्र की उपलब्धियों का गुणगान करें और एक पहले से अधिक आत्म-विश्वासी और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के प्रति स्वयं को समर्पित करने का निष्ठापूर्वक संकल्प लें जो विश्व शांति और समावेशी संपोषणीय विकास में योगदान देने की अपनी प्राचीन परंपरा को जारी रखे हुए है।