चंडीगढ़: राज्य में सशस्त्र बलों में सेवारत वीर सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को देश की सेवा करते हुए शहीद हुए 86 सशस्त्र बलों के जवानों के लिए 21.50 करोड़ रुपये (प्रत्येक को 25 लाख रुपये) की अनुग्रह राशि मंजूर की।
आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि इन वीर जवानों के अतुल्य योगदान को मान्यता देते हुए उनकी सरकार द्वारा पहली बार शुरू की गई यह अनुग्रह राशि तुरंत जारी की जाए। उन्होंने कहा कि पहले ऐसा कोई प्रावधान नहीं था, लेकिन उनकी सरकार ने यह पहल की है, क्योंकि ये वीर योद्धा अपने कर्तव्य के दौरान शहीद होते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब देश का एकमात्र राज्य है, जो ऐसे सैनिकों के परिवारों को 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देता है। उन्होंने कहा कि यह राशि अन्य राज्यों के 70 प्रतिशत सैनिकों के परिवारों को दी जाने वाली राशि से भी कहीं अधिक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पदभार संभालने के बाद उनकी सरकार ने इन वीरों द्वारा देश के लिए दिए गए सर्वोच्च बलिदान के सम्मान में पीड़ित परिवारों को एक करोड़ रुपए देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह विनम्र पहल देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने में इन धरतीपुत्रों के अतुल्य योगदान को मान्यता देती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीदों के इन परिवारों को वित्तीय सहायता देना राज्य सरकार की सैनिकों और उनके परिवारों की भलाई सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।
एक अन्य मुद्दे पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने सैनिक स्कूल कपूरथला के जीर्णोद्धार और उचित रख-रखाव को सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि 190 एकड़ भूमि पर फैले इस स्कूल को खूबसूरती से डिजाइन की गई विरासती इमारत में बनाया गया है और राज्य सरकार इसके उचित रख-रखाव और रखरखाव के लिए प्रतिबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे को पहले ही भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के समक्ष उठाया है, जो स्कूल के मामलों का प्रबंधन कर रहा है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के हर जिले में युद्ध स्मारक बनाने को भी मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि ये अत्याधुनिक स्मारक 1-1.5 एकड़ क्षेत्र में बनाए जाएंगे और युद्ध नायकों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। भगवंत सिंह मान ने पंजाब के सभी जिलों में बनने वाले इन युद्ध स्मारकों के डिजाइन को भी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।