चंडीगढ़: प्रदेश भर के आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति सुधारने के मद्देनजर पंजाब राज्य खाद्य आयोग ने कैबिनेट मंत्री तरनप्रीत सिंह सौंद, जिनके पास उद्योग, श्रम और रोजगार, ग्रामीण विकास और पंचायत, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले और निवेश प्रोत्साहन विभाग हैं, की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक की। इस बैठक में श्री बाल मुकुंद शर्मा, अध्यक्ष, प्रीति चावला के अलावा इंदिरा गुप्ता, विजय दत्त और चेतन प्रकाश धालीवाल सभी सदस्य और कमल कुमार गर्ग, आई.ए.एस. सदस्य सचिव उपस्थित हुए।
मीटिंग के दौरान अध्यक्ष ने सदस्यों द्वारा विभिन्न सरकारी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों और राशन डिपो के आकस्मिक दौरे के बाद सामने आए खुलासों को उजागर किया। इस दौरे ने कई आंगनवाड़ी केंद्रों में कुछ कमियों को उजागर किया है, जहाँ सुधार की आवश्यकता है। इनमें कई स्थानों पर आंगनवाड़ी केंद्रों की इमारतों की खस्ताहाली, बच्चों की गतिविधियों के लिए आवश्यक उपकरणों की कमी, बैठने के लिए पर्याप्त सुविधाओं और पीने के साफ पानी की अनुपस्थिति शामिल हैं।
आयोग के सदस्यों द्वारा यह भी सामने लाया गया कि कई सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए एल्युमिनियम के बर्तनों का उपयोग किया जा रहा है, जिन्हें तुरंत बदलने की आवश्यकता है।
आयोग ने मंत्री से आंगनवाड़ी और सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सी ए स आ र) फंड आवंटित करने की अपील की। मंत्री ने आयोग को भरोसा दिलाया कि सी एस आर और ग्रामीण विकास एवं पंचायत फंडों के माध्यम से इन सुधारों के लिए आवश्यक फंड आवंटित किए जाएंगे। उन्होंने प्रवासी भारतीयों (एन आर आई) की सूची तैयार करने की योजनाओं के बारे में भी बताया, जिन्हें इस सामाजिक और नेक कार्य के लिए दान देने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
इस बैठक से पहले पंजाब राज्य खाद्य आयोग ने विभिन्न आंगनवाड़ी केंद्रों से एकत्र किए गए नमूनों पर रिपोर्टों पर विचार करने के लिए बैठक की। पंजाब राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि इन मुद्दों के समाधान के लिए जल्दी ही संबंधित विभागों/मंत्रालयों के साथ एक फॉलो-अप बैठक बुलाई जाएगी।