पंचांग और शुभ मुहूर्त 1 दिसंबर 2022

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-दक्षिणायण मास-मार्गशीर्ष (अगहन) पक्ष-शुक्ल ऋतु-हेमन्त वार-गुरुवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी/नवमी (क्षय) नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण करण (सूर्योदयकालीन)-बव लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक दिशा शूल-दक्षिण योगिनी वास-ईशान गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र.

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी/नवमी (क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाभाद्रपद
योग (सूर्योदयकालीन)-हर्षण
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृश्चिक
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मीन
व्रत/मुहूर्त-व्यापार मुहूर्त/रोगी स्नान
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

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