चीन-लाओस रेलवे चालू होने की पहली वर्षगांठ

लाओस के केले, थाईलैंड के लोंगन और ड्यूरियन आदि फलों से लदी रेलगाड़ी 1 दिसंबर को दोपहर बाद लाओस के वियनतियाने दक्षिण रेलवे स्टेशन से रवाना होकर चीन के युन्नान प्रांत के मोहान स्टेशन पहुंची। यह चीन-लाओस रेलवे की पहला फल कोल्ड चेन ट्रेन है, जिसका परिवहन पूरी तरह रेलवे से माध्यम से किया जाता.

लाओस के केले, थाईलैंड के लोंगन और ड्यूरियन आदि फलों से लदी रेलगाड़ी 1 दिसंबर को दोपहर बाद लाओस के वियनतियाने दक्षिण रेलवे स्टेशन से रवाना होकर चीन के युन्नान प्रांत के मोहान स्टेशन पहुंची। यह चीन-लाओस रेलवे की पहला फल कोल्ड चेन ट्रेन है, जिसका परिवहन पूरी तरह रेलवे से माध्यम से किया जाता है। यह ट्रेन 25 मानक कंटेनरों से बनी है। मोहान स्टेशन पहुंचने के बाद रेलवे, सीमा शुल्क और सीमा निरीक्षण आदि विभागों ने ट्रेन की जांच की और आप्रवासन प्रक्रिया पूरी की।

चीन-लाओस रेलवे की फल कोल्ड चेन ट्रेन पर यातायात शुरू होने के चलते लाओस, थाईलैंड और म्यांमार आदि देशों के कृषि उत्पाद सुविधाजनक, तेजी और सुरक्षित तरीके से चीन, यहां तक कि अन्य देशों में बेचे जाएंगे। 3 दिसंबर को चीन-लाओस रेलवे पर यातायात शुरू होने की पहली वर्षगांठ है। इस रेलवे से न सिर्फ चीन और लाओस के बीच संपर्क और घनिष्ठ हुए, बल्कि तमाम लोगों का भाग्य भी बदला। 23 वर्षीय थोंगलैंग का जन्म लाओस के ग्रामीण क्षेत्र में हुआ। चार साल पहले वे आधुनिक रेल प्रौद्योगिकी और ज्ञान सीखने के लिए चीन आए। थोंगलैंग लाओस वापस लौटकर रेलवे तकनीशियन बने। उनके जीवन में बड़ा सुधार आया है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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