तरनतारन के सरहाली कलां पुलिस थाने पर हुए हमले में बड़ा खुलासा हुआ है। घटना की जांच दौरान यह जानकारी सामने आई है कि इस हमले में रूस के बने आरपीजी-22 का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने 10 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है।
तरनतारन हमले की साजिश रचने वाले बदमाशों की संख्या पांच बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, दो बाइक पर सवार थे जबकि अन्य एसयूवी ब्रेजा में जा रहे थे। सूत्रों का कहना है कि हमलावर हरिके पाटन और सरहाली के बीच एक ढाबे पर रुके थे। सरहाली कलां पुलिस थाने के SHO प्रकाश सिंह को हटाकर सुखबीर सिंह को बनाया गया है।
आरपीजी-22 लॉन्चर की खासियत
सोवियत आरपीजी-22 नेट्टो एक-शॉट डिस्पोजेबल एंटी-टैंक रॉकेट लॉन्चर है, जिसे पहली बार 1985 में तैनात किया गया था, जो आरपीजी-18 रॉकेट लॉन्चर पर आधारित था, लेकिन 72.5 मिमी फिन स्टेबलाइज़्ड प्रोजेक्टाइल को फायर करता था। यह हथियार बिना निर्देशित प्रक्षेप्य से फायर करता है, इसे लगभग 10 सेकंड में फायर करने के लिए तैयार किया जा सकता है, और 400 मिमी कवच, 1.2 मीटर ईंट या 1 मीटर प्रबलित कंक्रीट में प्रवेश कर सकता है।