पंचांग और शुभ मुहूर्त 23 दिसंबर 2022

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022 संवत्सर नाम-राक्षस अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-कृष्ण ऋतु-शिशिर वार-शुक्रवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड करण (सूर्योदयकालीन)-नागव लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक दिशा शूल-वायव्य योगिनी वास-ईशान गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-धनु व्रत/मुहूर्त-देवपितृकार्य अमावस/मूल समाप्त यात्रा.

शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-पौष
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शिशिर
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-नागव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-देवपितृकार्य अमावस/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-पीपल के नीचे मिष्ठान व जल रखकर तिल के तेल का चौमुखा दीप प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

- विज्ञापन -

Latest News