Breaking: 2022 में हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो के निशाने पर रहे वरिष्ठ भ्रष्ट अधिकारी, 170 ट्रैप सहित 246 मामले किए दर्ज

स्टेट विजिलेंस ब्यूरो, हरियाणा के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी कि 2022 में हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने निशाने पर वरिष्ठ भ्रष्ट अधिकारी रहें हैं। एक साल में 170 रेड कर दर्ज कर की रिकॉर्ड 220 गिरफ्तारियां की है और रेड व तलाशी के दौरान 6 करोड़ रुपये भी बरामद किये.

स्टेट विजिलेंस ब्यूरो, हरियाणा के महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जानकारी दी कि 2022 में हरियाणा विजिलेंस ब्यूरो ने निशाने पर वरिष्ठ भ्रष्ट अधिकारी रहें हैं। एक साल में 170 रेड कर दर्ज कर की रिकॉर्ड 220 गिरफ्तारियां की है और रेड व तलाशी के दौरान 6 करोड़ रुपये भी बरामद किये हैं। सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सक्रिय अभियान में, हरियाणा राज्य सतर्कता ब्यूरो ने प्रदेश सरकार की जीरो-टोलरेंस नीति के अनुरूप गत वर्ष भ्रष्टाचार से संबंधित रिकॉर्ड संख्या में मामले दर्ज किए हैं। जिससे राज्य सरकार सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में सक्षम हुई है। ब्यूरो ने 2022 में 170 ट्रैप सहित 246 मामले दर्ज किए जो पिछले 10 वर्षों के दौरान सबसे अधिक हैं।ब्यूरो ने वर्ष 2022 में 170 रेड की हैं और मौके पर व तलाशी के दौरान 6,21,70,230 रुपये बरामद किए हैं।साथ ही वर्ष 2022 के दौरान 27 राजपत्रित अधिकारी, 166 गैर-राजपत्रित अधिकारी और 27 निजी व्यक्तियों सहित कुल 193 सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।

सतर्कता ब्यूरो ने अपना ध्यान क्लर्क, पटवारी, लाइनमैन, पुलिस कर्मियों आदि जैसे कनिष्ठ स्तर के कर्मचारियों से वरिष्ठ रैंक पर स्थानांतरित किया। जो अक्सर संगठित भ्रष्टाचार रैकेट चलाने में सरगना होते हैं। ब्यूरो द्वारा वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों की छापेमारी और गिरफ्तारी की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशों के तहत सभी स्तरों पर भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ने की दिशा में क्लीन-अप कार्य के रूप में देखा जा रहा है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ब्यूरो की विभिन्न पहलों को मंजूरी दे दी है। जिसमें सरकारी अधिकारियों के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत दर्ज कराने वाले पीड़ित लोगों को ‘ट्रैप मनी‘ प्रदान करने के लिए एक रिवॉल्विंग फंड स्थापित करना भी शामिल है। 2022 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने अभियान के दौरान, ब्यूरो ने राज्य सरकार के निर्देश पर 22 राजपत्रित अधिकारियों, 23 अराजपत्रित अधिकारियों और 12 निजी व्यक्तियों के खिलाफ 65 जांच दर्ज की है। वर्ष के दौरान, 90 जांच को अंतिम रूप दिया गया। 2022 के दौरान पूरी की गई 90 जांचों में से ब्यूरो ने 27 राजपत्रित अधिकारियों, 32 अराजपत्रित अधिकारियों और 23 निजी व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने, 20 जांचों में 36 राजपत्रित अधिकारियों, 8 अराजपत्रित अधिकारियों के खिलाफ 14 जांचो में विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है।

 

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