मंत्री जिम्पा ने किया मध्य प्रदेश की नागदा जल सप्लाई स्कीम का दौरा

चंडीगढ़: पंजाब के जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने नदियों के पानी पर आधारित बहु गाँवों वाली जल सप्लाई स्कीम नागदा का प्रतिनिधिमंडल सहित दौरा किया। इस स्कीम के द्वारा 22 गाँवों को जल सप्लाई किया जा रहा है। इस दौरे का उद्देश्य पंजाब के मेगा प्रोजेक्टों की वित्तीय और तकनीकी स्थिरता.

चंडीगढ़: पंजाब के जल सप्लाई और सेनिटेशन मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने नदियों के पानी पर आधारित बहु गाँवों वाली जल सप्लाई स्कीम नागदा का प्रतिनिधिमंडल सहित दौरा किया। इस स्कीम के द्वारा 22 गाँवों को जल सप्लाई किया जा रहा है। इस दौरे का उद्देश्य पंजाब के मेगा प्रोजेक्टों की वित्तीय और तकनीकी स्थिरता संबंधी ज्ञान हासिल करना था जिससे लम्बे समय तक पानी की गुणवत्ता से प्रभावित पंजाब के गाँवों को साफ़ और सुरक्षित पानी मुहैया करवाया जा सके।

इस दौरे के दौरान जिम्पा को बताया गया कि मध्य प्रदेश के नागदा में चंबल नदी पर बाँध बना कर पानी को इकट्ठा किया जाता है। इसके बाद वाटर ट्रीटमैट प्लांट में इसका शुद्धिकरण और कीटाणु मुक्त करने के बाद प्लांट की टैंकी के द्वारा 22 गाँवों की टैंकियों में भेजा जाता है। संबंधित ग्राम पंचायतों और जल और सेनिटेशन कमेटियों की तरफ से उपभोक्ताओं से 80 रुपए प्रति महीना प्रति घर के हिसाब से महीनावार बिल वसूला जाता है। सभी 22 गाँवों के हरेक घर को इस स्कीम के द्वारा पानी सप्लाई किया जाता है।

इस प्रोजैक्ट की ख़ासियत यह है कि सभी 22 गाँवों की कमेटियों के पास पिछले एक साल के दौरान सभी खर्चे करने के बाद लगभग 8 से 10 हज़ार रुपए बचत रकम पड़ी है और सभी गाँव वित्तीय, तकनीकी और संस्थागत ढांचे की स्थिरता के साथ चल रहे हैं। जिम्पा ने इस प्रोजैक्ट के साथ ही जुड़े अलग-अलग गाँवों के पंचों-सरपंचों और अन्य लोगों से उनके तजुर्बे पूछे। जिम्पा को बताया गया कि पहले-पहल पानी के बिल इकट्ठा करने में काफ़ी मुश्किल आती थी परन्तु मध्य प्रदेश के जल निगम और कमेटियों के आपसी सहयोग और सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियों के कारण अब यह समस्या ख़त्म हो गई है। अब सभी गाँव वासी सुरक्षित और साफ़ पानी की अहमीयत को समझते हुये हर महीने समय पर बिल देते हैं।

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