आंतकवादीओ ने राजौरी के वार्ड नंबर-1 के रिहायशी इलाके में टिफन में लगाया आईईडी, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किया डिफ्यूज

राजौरी: आज राजौरी के वार्ड नंबर एक जीएमसी से मात्र कुछ ही दूरी पर आंतकवादीओ ने एक गाड़ी के पास टिफन में आईईडी लगाई, आंतकवादीओ की कोशिश थी कि इससे कोई बड़ा नुकसान किया जाए बस समय पर पुलिस को पता लगने के बाद इस को नष्ट किया गया, मिली जानकारी अनुसार राजौरी के वार्ड.

राजौरी: आज राजौरी के वार्ड नंबर एक जीएमसी से मात्र कुछ ही दूरी पर आंतकवादीओ ने एक गाड़ी के पास टिफन में आईईडी लगाई, आंतकवादीओ की कोशिश थी कि इससे कोई बड़ा नुकसान किया जाए बस समय पर पुलिस को पता लगने के बाद इस को नष्ट किया गया, मिली जानकारी अनुसार राजौरी के वार्ड नंबर एक में जो जीएमसी से मात्र कुछ ही दूरी पर रिहायशी इलाके के पास एक कार के पास आंतकवादीओ ने टिफन बॉक्स में आईईडी लगाई और फिर इस को एक काले पॉलिथीन में डालकर गाड़ी के पास रख दिया, अंतिकों ने बड़ा नुकसान करने की नाकामयाब कोशिश की, समय पर पुलिस को इस की जानकारी मिल गईऔर फौरन मौके पर सेना पुलिस और सीआरपी के जवान और अधिकारी पहुंचकर सारे इलाके को घेर लिया,आईईडी को नष्ट करने के लिए बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंच गया, ओर इस को नष्ट किया,सेना पुलिस ओर सीआरपीएफ के जवानों ने सारे इलाके को घेर कर सर्च अभियान शुरू किया इस सर्च अभियान में सेना ने कुत्तों का सहारा भी लिया, ओर सारे इलाके की तलाशी ली।

आईईडी मिलने के बाद राजौरी के लोगो में दहशत फैल गई,सेना पुलिस ओर सीआरपीएफ के जवान लगातार इलाके में सर्च अभियान चलाया हुआ है। गौरतलब है कि एक जनवरी को राजौरी के ढांगरी इलाके में आंतकवादीओ ने हिंदुओ के घरों में घुसकर फायरिंग कर के चार निर्दोष लोगों को मार डाला था,ओर से लोगो को घायल कर दिया था,उस के बाद घर के बाहर आईईडी लगाई जिस में सुबह इस आईईडी के फटने से दो बच्चों की मौत हो गई थी और 7 से अधिक लोग घायल हो गए थे,18 दिन बीत जाने के बाद भी आज तक अंतिको का कोई सुराग सुरक्षा बल नहीं निकाल सके,पुलिस ने दोनो अंतिको की सूचना देने पर दस लाख के इनाम की घोषणा की हुए हैं, कई इलाकों में पुलिस सीआरपीएफ और सेना मिल कर सर्च अभियान भी चलाया हुआ है पर अभी कर कोई सफलता प्राप्त नहीं हुई।

ढांगरी हमले में शामिल आतंकियों को मारने के लिए गृह मंत्रालय भी कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। सूत्रों का कहना है कि गृह मंत्रालय की विशेष टीम राजौरी पहुंच चुकी है। टीम में शामिल अधिकारी व अन्य ढांगरी हमले की पूरी जानकारी हासिल कर रहे हैं। पता किया जा रहा है कि आतंकी हमले में सुरक्षा के कौन से कारण चूक गए। क्या खुफिया इनपुट मिले थे, इस पर टीम जांच कर रही है। इतना ही नहीं, 16 दिसंबर को राजौरी में सैन्य शिविर के अल्फा गेट क्षेत्र में मारे गए दो युवकों के संबंध में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

आतंकी हमले के बाद तलाशी अभियान ढांगरी व इसके आसपास के क्षेत्रों में चल रहा था, लेकिन जैसे ही राजौरी व रियासी की सीमा नारला क्षेत्र में आतंकियों के पुख्ता सुराग मिले तो उसी समय पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया। मंगलवार शाम तक सुरक्षाबलों ने क्षेत्र का हर जंगल व हर घर तलाश लिया है, लेकिन आतंकी पकड़ से बाहर हैं। एडीजी मुकेश सिंह व सीआरपीएफ के आइजी रैंक के अधिकारी मंगलवार दोपहर को कालाकोट पहुंचे। वहां उन्होंने सैन्य अधिकारियों के साथ आपरेशन के संबंध में विस्तार से चर्चा की। राजौरी के एसएसपी मुहम्मद असलम का कहना है कि राजौरी व रियासी सीमा पर बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। पूरे क्षेत्र को घेर रखा है। उम्मीद है कि जल्द ही ढांगरी हमले में शामिल आतंकी मारे जाएंगे।

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