यौन उत्पीड़न के आरोपी मंत्री संदीप सिंह से गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहरवाना राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होगा: जनवादी महिला समिति

हरियाणा: यौन उत्पीडन के आरोपी मंत्री संदीप सिंह से गणतंत्र दिवस पर पिहोवा में झंड़ा फहरवाना गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान होगा। जनवादी महिला समिति और अन्य संगठन इसका कड़ा विरोध करेंगे। आज यहां प्रेस वार्ता के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत करते हुए जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हरियाणा.

हरियाणा: यौन उत्पीडन के आरोपी मंत्री संदीप सिंह से गणतंत्र दिवस पर पिहोवा में झंड़ा फहरवाना गणतंत्र दिवस और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान होगा। जनवादी महिला समिति और अन्य संगठन इसका कड़ा विरोध करेंगे। आज यहां प्रेस वार्ता के माध्यम से पत्रकारों से बातचीत करते हुए जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं हरियाणा की पहली महिला भीम अवार्डी खिलाड़ी जगमति सांगवान, राज्य अध्यक्ष सविता, कोषाध्यक्ष राजकुमारी दहिया, जिला अध्यक्ष मनीषा व सचिव अनीता ने उपरोक्त बयान दिया।

उन्होंने कहा कि पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह पर जूनियर कोच और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाते हुए अपराधिक मुकदमा दर्ज किया हैं। इस घटना के चलते मंत्री संदीप सिंह से खेल मंत्रालय ले लिया गया लेकिन वह अभी भी मंत्रिमंडल व हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। हरियाणा भर में उन्हें हटाए जाने की मांग को लेकर लगातार धरने प्रदर्शन चल रहे हैं। सामाजिक संगठनों, खाप पंचायतों और कई राजनीतिक पार्टियों ने राज्य सरकार से अपील की थी कि 26 जनवरी को संदीप सिंह से झंडा ना फहरवाया जाए। इसके बावजूद भी अफसोस की बात है कि राज्य सरकार द्वारा मंत्री संदीप सिंह के विधानसभा क्षेत्र पिहोवा में उन्हें झंडा फहराने के लिए नामांकित किया है।

राज्य की भाजपा सरकार का यह फैसला राष्ट्रध्वज तिरंगे व गणतंत्र दिवस का घोर अपमान है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों व शहीदों ने जिन मूल्यों व आदर्शों के लिए अपना बहुमूल्य जीवन देकर यह दिन हासिल किया, ऐसे पावन दिन पर यौन उत्पीडन के आरोपी को मुख्य अतिथि बनाना व उससे तिरंगा फहरवाना आजादी के उन उच्चतम मूल्यों के खिलाफ है। इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। जनवादी महिला समिति, सीटू, सर्व कर्मचारी संघ, एसएफआई, खेत मजदूर युनियन, किसान सभा, लायर्स युनियन, डीवाईएफआई, विकलांग अधिकार मंच आदि संगठन इसका कड़ा विरोध करेंगे और पिहोवा में इसके खिलाफ समानांतर झंडारोहण का कार्यक्रम आयोजित करेगें।

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