जी-20 अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना कार्य समूह की बैठक का केंद्रीय मंत्री तोमर व पारस ने किया उद्घाटन

चंडीगढ़/ नई दिल्ली : भारत की अध्यक्षता में जी-20 के पहले अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना कार्य समूह की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन चंडीगढ़ में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने किया। इस अवसर पर तोमर ने कहा कि विज्ञान व नवाचार से भारत.

चंडीगढ़/ नई दिल्ली : भारत की अध्यक्षता में जी-20 के पहले अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना कार्य समूह की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन चंडीगढ़ में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने किया। इस अवसर पर तोमर ने कहा कि विज्ञान व नवाचार से भारत का विकास तेजी से हो रहा है, ये दोनों भारत के भविष्य के साथ गहराई से जुड़े हुए हैं। हमने डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा बनाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाया है। वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल में वित्तीय समावेशन, धारणीय ऊर्जा की ओर गमन में हमारा उल्लेखनीय योगदान रहा है और विकास की जन – केंद्रितता हमारी राष्ट्रीय रणनीति का आधार है। यह वही दर्शन है, जो हमारी जी-20 की अध्यक्षता का विषय ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य को भी रेखांकित करता है।

केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता करना सभी नागरिकों के लिए गर्व का क्षण है, साथ ही इस ऐतिहासिक अवसर के साथ आने वाली जिम्मेदारियों से हम भली-भांति परिचित हैं। आज दुनिया अनेक जटिल चुनौतियों का सामना कर रही है, जो गहराई से एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं और केवल सीमाओं द्वारा परिभाषित नहीं की जाती हैं। जिन चुनौतियों का सामना किया जा रहा है, वे वैश्विक प्रकृति की हैं और इनके लिए वैश्विक समाधान की ही आवश्यकता है, इसलिए विश्व समुदाय को आज वैश्विक रूप से समन्वित नीतियों व कार्यों की ओर अधिक जोर देने की आवश्यकता है। बहुपक्षवाद में नए सिरे से विश्वास करने की भी आवश्यकता है। लोकतंत्र व बहुपक्षवाद के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हमारा राष्ट्र न केवल बहुआयामी विकास को प्रदर्शित करने के लिए तैयार है बल्कि सार्वभौमिक रूप से मान्य शक्ति भी प्रदर्शित करने के लिए तैयार है। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि हाल ही में आयोजित विश्व आर्थिक मंच में, भारत को नाजुक दुनिया में एक उज्ज्वल रोशनी के रूप में वर्णित किया गया और जलवायु लक्ष्यों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता व कोविड बाद विकास पथ पर लौटने की सभी ने सराहना की है।

तोमर ने कहा कि भारत उसे दी गई जिम्मेदारी निभाने को तैयार हैं। हमें अपने सफल विकास मॉडल के टेम्प्लेट साझा करने में खुशी होगी, उसी प्रकार सभी से सीखने के लिए भी हम तत्पर हैं। इस वर्ष हमारी प्राथमिकताओं व परिणामों द्वारा, विचार-विमर्श के माध्यम से व्यावहारिक वैश्विक समाधान ढूंढन चाहते हैं। ऐसा करते हुए, हम विकासशील देशों की आवाज को बढ़ाने में भी गहरी रूचि लेंगे। तोमर ने कहा कि हम अब किसी को पीछे नहीं छोड़ सकते। हमारे जी-20 के समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्योन्मुख व निर्णायक एजेंडा के माध्यम से, हमारा लक्ष्य ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की सच्ची भावना को प्रकट करना है।

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