शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 221 अंक और टूटा

मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 220 अंक से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ। केंद्रीय बैंक के नीतिगत दर बढ़ाये जाने की संभावना के बीच दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, धातु और वाहन शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। तीस.

मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 220 अंक से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ। केंद्रीय बैंक के नीतिगत दर बढ़ाये जाने की संभावना के बीच दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों, धातु और वाहन शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 220.86 अंक यानी 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,286.04 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक स्थिर खुला और कारोबार के दौरान 60,655.14 से 60,063.49 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के 22 शेयर नुकसान में रहे।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 43.10 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,721.50 अंक पर बंद हुआ। दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों और वाहन शेयरों में मुनाफावसूली से धारणा प्रभावित हुई। हालांकि, चुनिंदा बैंक और वित्तीय शेयरों में लिवाली से गिरावट पर अंकुश लगा। जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में मंदड़ियों का असर रहा। वे अमेरिकी में रोजगार के बेहतर आंकड़े आने के बाद से काफी सक्रिय हैं। वैश्विक बाजारों पर फिलहाल केंद्रीय बैंक की नीतियों और बॉन्ड प्रतिफल का असर है। यह माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक नीतिगत दर में अभी और वृद्धि कर सकते हैं।’’

नायर ने कहा कि कारोबार के दूसरे चरण में कुछ सुधार देखने को मिला। इसका कारण अमेरिकी वायदा बाजार का चढऩा है। निवेशकों को अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के भाषण का इंतजार है। सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील सबसे ज्यादा 5.23 प्रतिशत नीचे आया। मुख्य रूप से आय घटने और लागत बढऩे से कंपनी को दिसंबर तिमाही में 2,501.95 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है। नुकसान में रहने वाले अन्य शेयरों में आईटीसी, सन फार्मा, मारुति, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, एचसीएल टेक, विप्रो, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारती एयरटेल और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं। आरबीआई की मौद्रिक नीति की घोषणा से पहले बैंक शेयरों में मजबूती रही। कोटक बैंक सबसे ज्यादा 1.59 प्रतिशत चढ़ा। इसके अलावा इंडसइंड बैंक (1.22 प्रतिशत), एसबीआई (0.32 प्रतिशत) और एचडीएफसी बैंक (0.10 प्रतिशत) मजबूत हुए। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एलएंडटी और टीसीएस भी लाभ में रहे।

रेलिगेयर ब्रैकिंग लि. के तकनीकी शोध मामलों के उपाध्यक्ष अजित मिश्र ने कहा, ‘‘निवेशकों की नजर आरबीआई की मौद्रिक नीति पर है। इससे बाजार को दिशा मिल सकती है। हालांकि, जबतक निफ्टी 17,550 ये 17,900 का स्तर निर्णायक रूप से नहीं तोड़ता बाजार में मौजूदा उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।’’ अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज में गिरावट का रुख मंगलवार को पलट गया और इसमें 14.63 प्रतिशत की तेजी आई। कारोबार के दौरान यह ऊपरी र्सिकट पर पहुंच गया था। अडाणी पोर्ट्स का मुनाफा दिसंबर तिमाही में घटा है लेकिन इसके बावजूद कंपनी का शेयर 1.33 प्रतिशत चढ़ा। अडाणी विल्मर 4.99 प्रतिशत, एसीसी 1.32 प्रतिशत और अंबुजा सीमेंट 1.12 प्रतिशत मजबूत हुए। हालांकि, अडाणी ग्रीन पांच प्रतिशत नीचे आया। अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी टोटल और अडाणी पावर भी नुकसान में रहे। फेडरल रिजर्व के प्रमुख के संबोधन से पहले वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। उनके संबोधन से ब्याज के बारे में संकेत मिलेगा।एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की नुकसान में जबकि चीन का शंघाई कंपोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग लाभ में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में मिला-जुला रुख था। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने सोमवार को 1,218.14 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.79 प्रतिशत चढक़र 81.78 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

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