वाशिंगटनः भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने भारत के खिलाफ चीन की हालिया आक्रामकता की आलोचना की और अमेरिका के भारत के साथ काम करना जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल में संसद में एक बयान में कहा था कि चीनी सैनिकों ने नौ दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर यथास्थिति को ‘‘एकतरफा’’ बदलने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने अपनी ‘‘दृढ़ एवं साहसिक’’ प्रतिक्रिया से उन्हें पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया।
कृष्णमूर्ति ने एक बयान में कहा, कि ‘मैं चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा अपने सश बलों के माध्यम से भारतीय सीमा का उल्लंघन कर आक्रामकता के उनके हालिया प्रदर्शन के बारे में जानकर निराश हूं।’’ उन्होंने कहा, कि ‘मुझे इस बात की तसल्ली है कि इस संघर्ष में भारतीय सुरक्षा बलों को कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा। यह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की बढ़ती आक्रामकता का एक और उदाहरण है। साथ ही यह क्षेत्र में चीन की आक्रामकता से निपटने के लिए अमेरिका के भारत एवं हमारे सभी सुरक्षा भागीदारों के साथ काम करने की जरूरत को भी रेखांकित करता है।’’