चीन-फिलीपींस संबंध निश्चित रूप से एक नए स्तर पर पहुंचेंगे

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 4 जनवरी को चीन की राजधानी पेइचिंग में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज मार्कोस जूनियर के साथ वार्ता की। दोनों पक्षों ने चीन-फिलीपींस संबंधों के महत्व पर बल दिया और रणनीतिक संचार बनाए रखने और व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने और समुद्री मुद्दों को हल करने जैसे मुद्दों पर एक.

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 4 जनवरी को चीन की राजधानी पेइचिंग में फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज मार्कोस जूनियर के साथ वार्ता की। दोनों पक्षों ने चीन-फिलीपींस संबंधों के महत्व पर बल दिया और रणनीतिक संचार बनाए रखने और व्यावहारिक सहयोग को गहरा करने और समुद्री मुद्दों को हल करने जैसे मुद्दों पर एक महत्वपूर्ण आम सहमति बनायी। जून, 2022 में मार्कोस के पदभार ग्रहण करने के बाद से यह उनकी पहली चीन यात्रा है, साथ ही इस वर्ष चीन की यात्रा करने वाले पहले विदेशी नेता हैं।

इस वार्ता में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि चीन हमेशा फिलीपींस को अपनी पड़ोसी कूटनीति की प्राथमिकता के रूप में मानता है और द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक ऊंचाई पर देखता है। चीन आपसी सहायता का एक अच्छा पड़ोसी, आपसी समझ का एक अच्छा दोस्त और फिलीपींस का एक अच्छा सहकारी भागीदार बनने की आशा करता है। चीन एशियाई क्षेत्र की शांति और समृद्धि की रक्षा के आधार पर फिलीपींस और अन्य आसियान देशों के साथ सहयोग और विकास पर जोर देगा। चीन फिलीपींस के ग्रामीण विकास का समर्थन करेगा, बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देगा और फिलीपींस में निवेश करने के लिए चीनी उद्यमों का समर्थन करेगा। इस वार्ता में चीनी पक्ष ने कहा कि चीन फिलीपींस के साथ मैत्रीपूर्ण तरीके से समुद्री मुद्दे को ठीक से सुलझाएगा, तेल विकास वार्ता फिर से शुरू करेगा, ताकि गैर-विवादित क्षेत्रों में तेल विकास सहयोग को आगे बढ़ाया जा सके। यह दर्शाता है कि चीन और फिलीपींस दक्षिण चीन सागर की शांति और स्थिरता की रक्षा करने में सक्षम हैं। यह दक्षिण चीन सागर के बहाने एशिया प्रशांत क्षेत्र में अलगाव चाहने वाली बाहरी शक्तियों की कड़ी प्रतिक्रिया है।

दोनों देशों के राष्ट्रप्रमुखों की उपस्थिति में बेल्ट एंड रोड, कृषि और मत्स्य उद्योग, बुनियादी संरचना, वित्त और पर्यटन आदि क्षेत्रों के सिलसिलेवार सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये गये। बता दें कि साल 1974 में 17 साल के मार्कोस ने अपनी मां के साथ पहली बार चीन का दौरा किया था, जिसका पुरानी पीढ़ी के चीनी नेताओं ने जोरदार स्वागत किया था। अब राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने एक बार फिर चीन का दौरा किया। चीन-फिलीपींस संबंध निश्चित रूप से एक नए स्तर पर पहुंचेंगे।

(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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