डोडा के अस्पताल में महिला ने 5.6 किलोग्राम के शिशु को जन्म दिया है। प्रसव पीड़ा होने पर गर्भवती को जब अस्पताल लाया गया तो जांच में पता चला कि गर्भ में बच्चा टेढ़ा है। इस पर डॉ. यशिका भगत की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम गठित की गई। गायनी डॉक्टर ने बताया कि महिला का सामान्य प्रसव करना बड़ी चुनौती थी। जब बच्चे का जन्म हुआ तो उसका वजन 5.6 किलोग्राम निकला। जबकि, सामान्य तौर पर नवजात का वजन तीन से चार किलोग्राम तक होता है।
गायनी डॉक्टर ने कहा कि हालांकि मां और शिशु दोनों स्वस्थ हैं। अस्पताल में इस तरह का यह पहला मामला है। चिकित्सक के मुताबिक गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में आकर नियमित जांच करवानी चाहिए, ताकि गर्भ में पल रहा बच्चा व मां दोनों स्वस्थ रहें। गर्भवती तक यह सुविधा पहुंचाने के लिए सरकार ने शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में आशा वर्कर नियुक्त की हैं। विशेषज्ञों के अनुसार समय पर गर्भवती की जांच न हो तो कई समस्याएं आ सकती हैं।