20 दिसंबर, 2013 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें सत्र ने 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में मनाना घोषित किया। वह दिन था जब साल 1973 में जंगली जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन(सीआईटीईएस) पर हस्ताक्षर किए गए। 3 मार्च, 2023 को दसवां “विश्व वन्यजीव दिवस” है, और इस वर्ष का विषय “वन्य जीवों और वनस्पतियों संरक्षण साझेदारी” है।
विश्व वन्यजीव दिवस वन्यजीवों की सुंदरता और विविधता का जश्न मनाते हुए लोगों को वन्यजीवों की रक्षा के कई लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर भी प्रदान करता है। साथ ही, यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस हमें यह भी याद दिलाता है कि वन्यजीव अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने की शक्ति बढ़ाने, मानव-प्रेरित प्रजातियों की गिरावट को कम करने के प्रयासों की तत्काल आवश्यकता है। क्योंकि प्रजातियों की गिरावट के व्यापक आर्थिक, पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव हैं।
चीन दुनिया में सबसे समृद्ध जैव विविधता वाले देशों में से एक है। साल 1981 में सीआईटीईएस में शामिल होने के बाद से, चीनी सरकार ने सावधानी से अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करते हुए सीआईटीईएस की तुलना और कड़े सिलसिलेवार कदमों को अपनाया है और कार्यान्वयन प्रबंधन को मजबूत करने, पर्यवेक्षण और कानून प्रवर्तन को संपूर्ण करने, अवैध व्यापार के खिलाफ कार्रवाई करने, समझौते को लागू करने में सहयोग को बढ़ाने, जन जागरूकता बढ़ाने जैसे कई पहलुओं में बहुत सारे काम किए हैं। हाल के वर्षों में, चीन ने जंगली जीवों और वनस्पतियों के संरक्षण के लिए अपनी कानूनी प्रणाली और प्रबंधन प्रणाली में लगातार सुधार किया है, वन्यजीव संरक्षण में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को और मजबूत किया है और वन्यजीव आवास संरक्षण और प्रजनन बचाव, वनस्पति संरक्षण और प्रकृति में वापसी को सख्ती से लागू किया है।
लुप्तप्राय प्रजातियों की बचाव परियोजना के व्यवस्थित कार्यान्वयन के माध्यम से चीन में पांडा, क्रेस्टेड आईबिस, एशियाई हाथी, और तिब्बती मृग जैसे लुप्तप्राय जंगली जानवरों ने अपनी निरंतर गिरावट को उलट दिया है, और जंगली पौधों की आबादी लगातार बढ़ रही है। अब तक, चीन ने सैकड़ों दुर्लभ और विलुप्त जंगली जानवरों के स्थिर कृत्रिम प्रजनन समुदाय स्थापित किये हैं। उनमें से, जंगली पांडा की आबादी बढ़कर 1,864 हो गई है, क्रेस्टेड इबिस की कुल संख्या 5,000 से अधिक हो गई है, जंगली एशियाई हाथियों की आबादी भी 300 से अधिक हो गई है, और जंगली तिब्बती मृगों की आबादी 3 लाख से अधिक बहाल हो गयी। मनुष्य और प्रकृति जीवन का एक समुदाय है। हम पृथ्वी के साथ मिलकर रहते हैं। 3 मार्च, विश्व वन्यजीव दिवस पर, आइए, हम एक साथ पृथ्वी पर जीवन का सम्मान करने, सामान्य भविष्य की रक्षा करने और एक दूसरे के साथ सह-अस्तित्व के लिए कार्रवाई करें। प्रकृति की रक्षा मनुष्य के सतत विकास कल के लिए प्रयास ही है। पृथ्वी अनगिनत पौधों और जानवरों की प्रजातियों का घर है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)