मुंबईः ऑस्ट्रेलिया के मिशेल मार्श का मानना है कि भारत में होने वाले आगामी एकदिवसीय विश्व कप को ध्यान में रखते हुए हरफनमौला खिलाड़ियों की भूमिका अहम होगी क्योंकि इससे उनकी टीम को अधिक संतुलन और विकल्प मिलेंगे। भारत इस साल अक्टूबर-नवंबर में आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप की मेजबानी करेगा और इस लिहाज से शीर्ष रैकिंग की दो टीमों के बीच शुक्रवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की श्रृंखला के काफी मायने होंगे। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों टीमें विश्व कप के लिए अपनी तैयारियों को परखना चाहेगी।
मार्श ने यहां ऑस्ट्रेलिया के अभ्यास सत्र से पहले गुरुवार को कहा, कि ‘ हमारी टीम के संतुलन के लिए, यहां जितने अधिक ऑलराउंडर हो उतना अच्छा होगा। वे (हरफनमौला खिलाड़ी) वास्तव में उस संरचना के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिसके साथ हम मैदान में उतरना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अतीत में अच्छी टीमों के साथ ऐसा देखा है। इंग्लैंड की टीम में आठवें क्रम पर ऐसे बल्लेबाज हैं जो बड़ा लक्ष्य खड़ा करने या बड़े लक्ष्य का पीछा करने में टीम की मदद करते हैं।’’ मार्श का मानना है कि इस श्रृंखला के साथ ही विश्व कप के मुकाबले बड़े स्कोर वाले होंगे।
उन्होंने कहा, कि ‘मुझे लगता है कि ऐसा होगा। हम इस श्रृंखला में (बड़ा स्कोर) देखेंगे, उम्मीद है इसमें काफी रन बनेंगे। हम विश्व कप का इंतजार कर रहे हैं, जिस तरह से यहां सफेद गेंद के प्रारूप में क्रिकेट खेला जाता है, आपको बड़ा लक्ष्य बनाना होगा या बड़े स्कोर का पीछा करना होगा। उन्होंने कहा, कि ‘ऐसे मे टीम में अधिक बल्लेबाज का होना मददगार होगा। मुझे लगता है कि यह काफी अहम होगा।’’ इस 31 साल के बल्लेबाज ने कहा कि भारत को उनके घर में हराना काफी मुश्किल होगा।
उन्होंने कहा, कि ‘भारत में जीत दर्ज करना हमेशा मुश्किल होता है। भारत की एकदिवसीय टीम काफी मजबूत है और वे घर में बहुत अच्छा खेलते हैं। लेकिन मुझे लगता है कि हमारी टीम भी बहुत अच्छी है और यह एक शानदार मुकाबला होने जा रहा है।’’ मार्श ने कहा कि बाएं कोहनी में हेयरलाइन फ्रैर के कारण दिल्ली में दूसरे टेस्ट के बाद स्वदेश लौटे विस्फोटक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर पूरी तरह से फिट होने पर ही पहले वनडे में खेलेंगे। मार्श ने कहा, कि ‘वह अभी भी अपनी कोहनी की चोट से वापसी कर रहा है लेकिन जब तक वह 100 फीसदी फिट नहीं हो जाता, तब तक उसे टीम में शामिल करने में जल्दबाजी नहीं की जाएगी।’’ वार्नर को यहां अभ्यास के दौरान भी मामूली चोट का सामना करना पड़ा, जिसमें गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेते हुए उनकी जांघ में जा लगी।