बिलावर: मई के महीने में बेमौसम बरसते बादलों से यहां शहरों में रहने बाले लोग गर्मी से बड़ी राहत महसूस कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ बेमौसम बरसात इलाके के किसानों के लिए बहुत बड़ी मुसीबत साथ लेकर आई है। बारिश ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर के रख दिया है। बारिश ने न केवल गेहूं की फसल को नुक्सान पहुंचाया है बल्किअन्य खरीफ की फसलें भी बर्बाद हो रही हैं। मौसम में आए बदलाव के कारण देश के विभिन्न भागों में मई के महीने में लगातार बेमौसम बरसात हो रही है। विशेषतौर पर जम्मू संभाग के पहाड़ी इलाके में यहां ठंड की बजह से फसल देर से पकती है। वहां बारिश ने गेहूं की फसल को काफी नुक्सान पहुंचाया है।
पहाड़ी और ठंडे इलाके के लोग अक्सर मई के पहले हफ्ते ही गेहूं की कटाई शुरू करते हैं, लेकिन इस बार बैसाखी के बाद से ही लगातार रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे गेहूं की कटाई बुरी तरह से प्रभावित हुई है। जिन किसानों ने फसल की कटाई कर ली है, उनकी फसल बारिश की बजह से खेतों में ही पड़ी-पड़ी खराब हो रही है। किसान कृष्ण सिंह, प्रताप सिंह, बंसी लाल, गोरख राम ने बताया कि इस बार गेहूं की फसल बहुत अच्छी थी, लेकिन बेमौसम बरसात ने सबकुछ बेकार कर दिया है। लगातार हो रही बारिश से अब खेतों में खड़ी और कटी फसल सड़ने लगी है। यदि मौसम का मिजाज इसी प्रकार बना रहा तो किसानों के हाथ कुछ भी नहीं आने वाला है। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि इस प्राकृतिक आफत से किसानों को बचाने के लिए जल्द मुआबजे की घोषणा की जाए।