शिलांगः मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने मंगलवार को कहा कि हिंसा प्रभावित मणिपुर में फंसे राज्य के 300 से भी ज्यादा छात्रों को पिछले कुछ दिनों में वापस लाया गया है। संगमा ने यह भी कहा कि मणिपुर में फंसे छात्रों को निकालने के लिए उनकी सरकार ने सोमवार को इम्फाल-शिलांग हवाई मार्ग पर एक विशेष उड़ान की व्यवस्था की थी। मुख्यमंत्री ने कहा, कि पिछले कुछ दिनों में मणिपुर की हिंसा प्रभावित इंफाल घाटी में फंसे 300 से ज्यादा छात्रों को सुरक्षित निकाला गया।
उन्होंने कहा कि फंसे हुए छात्रों का अंतिम जत्था सोमवार को इंफाल से सीधे यहां आया। छात्रों के लिए विशेष उड़ान की व्यवस्था की गई थी। छात्रों को मणिपुर से बाहर लाने की प्रक्रिया की निगरानी कर रहे एक अधिकारी ने कहा, कि मेघालय के सभी छात्रों को वहां से निकाल लिया गया है हालांकि, कुछ छात्रों ने मणिपुर में रहने का विकल्प चुना। संगमा ने सोमवार को कहा था कि वह जल्द ही हिंसा प्रभावित मणिपुर में शांति बहाली के लिए केंद्र सरकार से बातचीत करेंगे।
संगमा ने कहा, मैं जल्द ही दिल्ली जाऊंगा। जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं निश्चित रूप से मणिपुर में शांति बहाली के मामले को उठाऊंगा। पूवरेत्तर क्षेत्र में शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने हिंसा प्रभावित राज्य में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि धीरे-धीरे पूरे मणिपुर के हालात में सुधार हो रहा है और यहां ताजा हिंसा की कोई खबर नहीं है। उन्होंने बताया कि राज्य के सभी 11 जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को बताया था कि पिछले कुछ दिनों से मणिपुर में भड़की जातीय हिंसा में 60 लोगों की मौत हुई और 231 लोग घायल हुए जबकि धार्मिक स्थलों सहित 1,700 घर जला दिए गए।