रूसी कच्चे तेल के लिए चीनी मुद्रा में भुगतान कर सकता है Pakistan

इस्लामाबादः पाकिस्तान भी अब रूस से कच्चे तेल का आयात करने वाला है। जून में 750,000 बैरल कच्चा तेल पाकिस्तान पहुंचेगा जिसके लिए पाकिस्तान के चीनी युआन में इसका भुगतान करने की संभावना है। एक अधिकारी के हवाले से बताया कि पाकिस्तान कच्चे तेल की कीमत चीनी मुद्रा में चुकाएगा और ‘बैंक ऑफ चाइना लेनदेन.

इस्लामाबादः पाकिस्तान भी अब रूस से कच्चे तेल का आयात करने वाला है। जून में 750,000 बैरल कच्चा तेल पाकिस्तान पहुंचेगा जिसके लिए पाकिस्तान के चीनी युआन में इसका भुगतान करने की संभावना है। एक अधिकारी के हवाले से बताया कि पाकिस्तान कच्चे तेल की कीमत चीनी मुद्रा में चुकाएगा और ‘बैंक ऑफ चाइना लेनदेन के लिए अपनी भूमिका निभा सकता है।’ हालांकि, अधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में भुगतान के तरीके और सटीक छूट के बारे में विवरण देने से इनकार कर दिया, यह तर्क देते हुए कि यह देश के हित में नहीं है और विक्रेता भी मॉस्को से सीधे रूसी तेल खरीदने वाले अन्य देशों से प्रतिक्रिया के डर से इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहता।

उन्होंने कहा, कि ‘रूस टेस्ट कार्गो में यूआरएएल क्रूड मुहैया कराएगा और संभवत: पाकिस्तान रिफाइनरी लिमिटेड (पीआरएल) को रूसी क्रूड को रिफाइन करने का काम सौंपा जाएगा।’’ रूसी कच्चे तेल का व्यावसायिक विेषण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के पक्ष में किया गया है, लेकिन रूसी तेल को परिष्कृत करने के बाद इसकी और जांच की जाएगी। रूसी तेल की शिपिंग लागत भी कहीं-कहीं 15 डॉलर प्रति बैरल आंकी गई है, लेकिन इसे पाकिस्तान के बंदरगाह पर पहुंचने के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा।

रिपोर्ट के अनुसार, अन्य सूत्रों ने माना कि पाकिस्तान ने प्रति बैरल कीमत 50-52 डॉलर के करीब तय की है, जबकि जी7 देशों की कैप कीमत 60 डॉलर प्रति बैरल है। पाकिस्तानी रिफाइनरियां एडीएनओसी और सऊदी अरामको से लॉन्ग-टर्म समझौतों के तहत 80 प्रतिशत कच्चे तेल का आयात करती रही हैं और शेष 20 प्रतिशत में कुछ हद तक लॉन्ग-टर्म समझौते के तहत रूसी तेल खरीदने की गुंजाइश है। रिपोर्ट के अनुसार, लेकिन सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार से कच्चे तेल की खरीद के लिए कुछ गुंजाइश रखना भी पसंद करेगी क्योंकि कच्चे तेल की कीमत लंबी अवधि के समझौतों के तहत हस्ताक्षरित लागत को भी कम कर सकती है।

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