रामदेवरा: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि कांग्रेस के सहयोगी दल डीएमके द्वारा सनातन धर्म का अपमान करने के मामले में कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) को माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो यह देश उन्हें माफ नहीं करेगा। सिंह सोमवार को जैसलमेर जिले के रामदेवरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की परिवर्तन संकल्प यात्रा के तीसरे रथ को रवाना करने के अवसर पर आयोजित जन सभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सनातन के नाम पर कांग्रेस के सहयोगी दल डीएमके द्वारा अपमान किया जा रहा है, वे कहते हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों ने इस पर चुप्पी साध रखी है। उन्होंने कहा कि इस पर क्यों कांग्रेस के लोग चुप हैं, कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को माफ़ी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जहां तक सनातन धर्म का सवाल है, इसे केवल धर्म के साथ जोड़कर नहीं देखा जा सकता। उन्होंने कहा कि यह सनातन धर्म सदैव नूतन है, चिर पुरातन है, ना इसका कोई जन्म है ना कोई अंत है और यह सनातन धर्म ऐसा है जो पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है। यह वसुधैव कुटुंबकम का संदेश यदि कोई धर्म देता है तो यह सनातन धर्म ही देता है।
सिंह ने कहा कि श्री अशोक गहलोत, श्रीमती सोनिया गांधी, श्री राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे क्यों नहीं बोलते कि सनातन धर्म के बारे में उनकी सोच क्या है। उन्होंने कहा कि चींटी के भी दीर्घायु होने की कामना कोई करता है तो वह हमारा सनातन धर्म है। इसलिए सनातन पर टिप्पणी करने वाले डीएमके के नेताओं से पूछा जाना चाहिए उनके पास इस बारे में स्पष्टीकरण है या नहीं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि 28 दलों ने मिलकर यह इंडिया गठबंधन इसलिए बनाया कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को किसी भी सूरत में फिर से प्रधानमंत्री नहीं बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि गठबंधन देश का विकास करने, देश का स्वाभिमान बढाने के लिए होना चाहिए जबकि यह गठबंधन बना है , मोदी को सत्ता में नहीं आना चाहिए। सिंह ने कहा कि गठबंधन का नाम तो इंडिया रख लिया है लेकिन नाम बड़ा और दर्शन छोटे है। उन्होंने कहा “यह नाम तो बहुत खतरनाक है, हम लोगों ने भी एक बार शाइनिंग इंडिया का नारा दिया था, हम लोग चुनाव हार गए थे और आपने यदि इंडिया गठबंधन का गठन कर लिया है, तो आपकी हार निश्चित है।”