नई दिल्लीः बंगाली सिनेमा में अपने काम के लिए सबसे ज्यादा जाने जाने वाले एक्टर देव अपकमिंग फिल्म बाघा जतिन में महान स्वतंत्रता सेनानी बाघा जतिन का किरदार निभाएंगे। यह बायोफिक हिंदी में भी रिलीज होगी। बाघा जतिन का पूरा नाम जतींद्रनाथ मुखर्जी था। फिल्म में दिखाया जाएगा कि कैसे उनका उपनाम बाघा पड़ा। बाघा बांग्ला शब्द है, इसका हिंदी में अर्थ बाघ होता है। कहानी में दिखाया कि कैसे वे आध्यात्मिकता के संबंध में स्वामी विवेकानंद की विचारधाराओं और क्रांति की अपनी विचारधाराओं से प्रभावित थे।
अभिनेता ने कहा, ‘26 अगस्त 1914 को कोलकाता में रोडा आर्म्स डकैती के रूप में याद किया जाता है। पिस्तौल और गोला-बारूद को बंगाल में राष्ट्रवादी संघर्षों की लगभग सभी घटनाओं से जोड़ा गया। इस अभूतपूर्व घटना और इसके साथ बाघा जतिन के जुड़ाव के बारे में और जानें.. बाघा जतिन 20 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।’
वास्तविक जीवन बाघा जतिन का जन्म 1876 में नादिया जिले में हुआ था, जो उस समय संयुक्त बंगाल था और वर्तमान समय में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश का हिस्सा है।बाघा जतिन उपनाम तब मिला, जब उन्होंने 1906 में एक बाघ को अकेले ही मार डाला था। 1914 में जब प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ, जो बाघा जतिन ने जर्मनी से सहायता प्राप्त करने का प्रयास किया। इसी कड़ी में उन्हें जर्मनी से एक समुद्री जहाज में शस्ताें का जखीरा मिलने वाला था, यह युद्ध सामग्री उन्होंने ओडिशा में बालासोर के पास मिलने वाली थी। लेकिन इस घटना के दौरान उनकी अंग्रेजों से मुठभेड़ हुई, इस मुठभेड़ में वे गंभीर रूप से घायल हुए। उनका निधन 10 सितम्बर, 1915 को हुआ था।