चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि कंग श्वांग ने 10 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र में उपनिवेशवाद मुक्ति पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की चौथी समिति को संबोधित किया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मिलकर उपनिवेशवाद को खत्म करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि उपनिवेशवाद मानव सभ्यता के इतिहास में एक अंधकारमय काल है और एक ऐसा घाव है जिसे भरना कठिन है। उपनिवेशवाद की विरासत आज भी मौजूद है, औपनिवेशिक विचार पीछे नहीं हटे हैं और दुनिया उपनिवेशवाद की छाया से उभर नहीं पाई है। इस संबंध में, चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उपनिवेशवाद से होने वाले नुकसान को दूर करने, उपनिवेशवाद की विरासत को खत्म करने, अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करने और अधिक न्यायपूर्ण और निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान करता है।
कंग श्वांग ने यह भी कहा कि “वैश्विक दक्षिण” के सदस्य के रूप में, चीन अन्य विकासशील देशों के साथ मिलकर कड़ी मेहनत से हासिल की गई स्वतंत्रता, मुक्ति और विकास उपलब्धियों की रक्षा करना चाहता है, लोगों की इच्छा वाले बेहतर जीवन की खोज करना चाहता है, अंतर्राष्ट्रीय मामलों और वैश्विक शासन में उचित प्रतिनिधित्व और आवाज के लिए प्रयास करना चाहता है, ताकि संयुक्त रूप से मानव जाति के साझा भाग्य वाले समुदाय की स्थापना को आगे बढ़ाया जा सके और मानव जाति के विकास का नया अध्याय शुरू किया जा सके।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की चौथी समिति, यानी कि विशेष राजनीतिक और गैर-उपनिवेशीकरण समिति, निरस्त्रीकरण और सुरक्षा के अलावा अन्य राजनीतिक मुद्दों के साथ-साथ उपनिवेशवाद के उन्मूलन से संबंधित मुद्दों से भी निपटती है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)