नई दिल्ली: फिक्की ने 2030 तक 350 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने के रोडमैप की पैनल चर्चा के लिए कपड़ा और परिधान उद्योग पर 14वें वार्षिक सम्मेलन में राजेंद्र अग्रवाल को आमंत्रित किया है। इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा, भारत के कपड़ा उद्योग की क्षमता को उजागर करना केवल एक दृष्टिकोण नहीं है; यह एक प्राप्य वास्तविकता है।
2030 तक 350-400 अरब डॉलर के आंकड़े तक पहुंचने के लिए, हमें वैश्विक रु झानों को अपनाना होगा, साझेदारी को बढ़ावा देना होगा, श्रम सुधारों का प्रबंधन करना होगा और आयात निर्रभता को कम करते हुए अपनी मूल्य शृंखला को मजबूत करना होगा। आइए सहयोग करें, नवप्रवर्तन करें और भारतीय कपड़ा और परिधान उद्योग के लिए एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।
भारतीय कपड़ा उद्योग में 2030 तक 350 बिलियन अमरीकी डॉलर के बाजार तक पहुंचने की क्षमता है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उद्योग को अपनी क्षमताओं का निर्माण करने और प्रमुख वैश्विक एवं घरेलू अवसरों को पकड़ने और विभिन्न सरकारी पहलों का लाभ उठाने की आवश्यकता है।