भाजपा ने बूथ-स्तरीय कार्यक्रम, चुनाव रणनीति पर चर्चा के लिए बैठकें कीं

  जम्मू: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर इकाई ने शुक्रवार को यहां अपने शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की गई और बूथ स्तरीय जनसंपर्क कार्यक्रम की समीक्षा की गई। बैठकों की अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष और जम्मू-कश्मीर के लिए पार्टी प्रभारी.

 

जम्मू: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर इकाई ने शुक्रवार को यहां अपने शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की, जिसमें आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की गई और बूथ स्तरीय जनसंपर्क कार्यक्रम की समीक्षा की गई। बैठकों की अध्यक्षता भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी.एल. संतोष और जम्मू-कश्मीर के लिए पार्टी प्रभारी तरुण चुघ ने की।

नेताओं ने बताया कि पहली बैठक में वरिष्ठ नेतृत्व ने जनसंपर्क कार्यक्रम में शामिल युवा समूहों के साथ ‘बूथ जन संवाद अभियान’ की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि युवा समूहों ने अभियान के दौरान मिली शिकायतों और सुझावों को वरिष्ठ नेताओं के साथ साझा किया। ‘बूथ जन संवाद अभियान’ 24 अक्टूबर को भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना के नेतृत्व में शुरू किया गया था।

जम्मू-कश्मीर के लिए पार्टी के सह-प्रभारी आशीष सूद ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘भाजपा जम्मू-कश्मीर के लोगों से संपर्क के लिये अभियान चला रही है। हमारे युवा कार्यकर्ता भी लोगों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें भाजपा सरकार की उपलब्धियों के बारे में जागरूक कर रहे हैं। पार्टी के मुख्य नेतृत्व ने आज इन सभी कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने लोगों की आकांक्षाओं को लेकर भी चर्चा की।

बैठकों में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के ज्यादातर वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद थे। इसके बाद, जम्मू-कश्मीर के लिए आगामी संसदीय चुनावों की रणनीति पर चर्चा को लेकर राष्ट्रीय महासचिव की अध्यक्षता में एक कोर समूह की बैठक हुई। उन्होंने बताया कि बैठक चार घंटे से अधिक समय तक चली।

पार्टी की जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख रैना ने कहा, ‘‘भाजपा जम्मू-कश्मीर की सभी पांच संसदीय सीट पर चुनाव लड़ेगी और सभी पर जीत हासिल करेगी। रैना ने कहा, ‘‘हम संसदीय चुनाव के लिए तैयार हैं। हम विधानसभा, पंचायत और नगर निगम चुनाव भी चाहते हैं, लेकिन फैसला निर्वाचन आयोग को लेना है।’ चुनाव से पहले बृहस्पतिवार को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संयुक्त नेतृत्व ने बंद कमरे में बैठक की थी।

- विज्ञापन -

Latest News