विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि एक उत्साही शेयर बाजार, स्थिर ब्याज दरों और मजबूत आर्थिक विस्तार से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक गति अगले वर्ष भी जारी रहनी चाहिए।
म्यूचुअल फंड निकाय एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, पर्याप्त वृद्धि के साथ इस वर्ष कुल निवेश 3.15 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, साथ ही निवेशकों की संख्या में दो करोड़ से अधिक की वृद्धि हुई है।
इसे व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) की बढ़ती लोकप्रियता से समर्थन मिला, जिसमें 1.66 लाख करोड़ रुपए का निवेश हुआ। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है
कि इस प्रवाह ने 2023 में म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन-अधीन संपत्ति (एयूएम) को 23 प्रतिशत यानी 9 लाख करोड़ रुपए तक बढ़ा दिया है।