काबुल: अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) के मुजीब उर रहमान, नवीन उल हक और फजलहक फारूकी को अगले दो साल के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) देने की संभावना नहीं है जिससे इंडियन प्रीमियर लीग के 2024 सत्र में उनका खेलना संदिग्ध है।एसीबी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार बोर्ड ने इन सभी खिलाड़ियों के लिए 2024 के वार्षिक अनुबंध में विलंब करने का फैसला किया है और उन्होंने मामले की पूरी तरह से जांच करने के लिए एक समिति का गठन किया है क्योंकि इन खिलाड़ियों ने एक जनवरी से अपने केंद्रीय अनुबंध से मुक्त होने की इच्छा व्यक्त की थी।
एसीबी ने अपनी वेबसाइट पर कहा, ‘‘इन खिलाड़ियों का केंद्रीय अनुबंध पर हस्ताक्षर नहीं करने का आग्रह वाणिज्यिक लीगों में उनकी भागीदारी, अफगानिस्तान के लिए खेलने पर अपने व्यक्तिगत हितों को प्राथमिकता देना है जिसे एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी माना जाता है।’’एसीबी ने कहा, ‘‘अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इन खिलाड़ियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कदम उठाने का फैसला किया है।’’
अफगानिस्तान भारत के खिलाफ तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेलने की तैयारी कर रहा है जिसका पहला मैच 11 जनवरी को मोहाली में, दूसरा 14 जनवरी को इंदौर में और तीसरा 17 जनवरी को बेंगलुरू में खेला जाएगा।एसीबी ने कहा, ‘‘इसके जवाब में एसीबी ने मामले की पूरी तरह से जांच करने, एसीबी के हितों के अनुसार उचित सिफारिश करने और उन्हें एसीबी के शीर्ष प्रबंधन के साथ साझा करने के लिए एक सर्मिपत समिति बनाई है।’’
बोर्ड ने कहा कि मुजीब, नवीन और फारूकी ने भी ‘राष्ट्रीय टीम की श्रृंखलाओं में भाग लेने के लिए उनकी सहमति पर विचार करने’ का अनुरोध किया है।इसी महीने आईपीएल 2024 के लिए हुई नीलामी के दौरान मुजीब को कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा था जबकि नवीन को लखनऊ सुपर जाइंट्स और फारूकी को सनराइजर्स हैदराबाद ने रिटेन किया है। एसीबी ने कहा कि इन तीनों खिलाड़ियों को दी गई एनओसी तुरंत रद्द कर दी जाएगी।इन तीनों खिलाड़ियों ने अक्टूबर-नवंबर में 50 ओवर के विश्व कप में अफगानिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था।