महेंद्रगढ़ में प्राइवेट बस एसोशिएशन के ड्राइवरो ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने ड्राइवरों के खिलाफ यह काला कानून बनाया है। जिसे केन्द्र सरकार को तुरंत वापिस लेना चाहिए। यदि सरकार ने ड्राइवरों के लिए बनाए गए नए कानूनों को वापिस नही लिया।
तो ड्राइवर मजबूरीवश अपना रोजगार छोड़कर घर बैठने को मजबूर होंगे। केंद्र सरकार ने ड्राइवरों के लिए कठोर कानून बनाए हैं। यदि किसी ड्राइवर से अनजाने में कोई दुर्घटना हो जाए और ड्राइवर मौके से भाग जाए तो ड्राइवर को 10 साल की सजा के साथ-साथ 7 लाख रुपए जुर्माना भी भरना होगा।
दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले ड्राइवर की सजा और जुर्माना काम किया जाएगा। ड्राइवरों ने बताया कि यदि किसी ड्राइवर से कोई दुर्घटना हो जाए और उस दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मौत हो जाए। जब ड्राइवर उस व्यक्ति को उठाकर अस्पताल लेकर जाने की कोशिश करेगा तो वहां उपस्थित आक्रोशित लोग उस ड्राइवर को ही जान से मार देंगे।
जिससे दोहरा नुकसान हो जाएगा। ड्राइवरों ने प्रदर्शन के दौरान कहा कि ड्राइवरों के लिए पुराने कानून ही लागू होने चाहिए। दुर्घटना के बाद पहले ड्राइवर की जमानत होनी चाहिए और उसके बाद गाड़ी की जमानत हो। यदि केंद्र सरकार ने पुराने कानून लागू नही रखे तो एक बहुत बड़ा ड्राइवर वर्ग अपनी आजीविका चलाने अथवा रोजी-रोटी कमाने से वंचित हो जाएगा।