अमृतसर: तरनतारन रोड इलाके में देर रात आम आदमी पार्टी के कार्यकर्त्ता द्वारा अयोध्या में बने भगवान श्री राम जी के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम संबंधी इलाके के श्रद्धालुओं द्वारा लगाए गए पोस्टर को फाड़कर बेअदबी किए जाने के मामले से लोगों में रोष फैल गया और आक्रोशित लोगों ने आरोपी के विरु द्ध मामला दर्ज करके कार्यवाही करने के लिए भाजपा मंडल अध्यक्ष राज कुमार व लखबीर सिंह के नेतृत्व में पुलिस को लिखित मांगपत्र दिया लेकिन जब पुलिस ने आरोपी के विरु द्ध कार्यवाही नहीं की तो आक्रोशित लोगों व भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने मिलकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही भाजपा जिलाध्यक्ष हरविंदर सिंह संधू अपने पदाधिकारियों सहित मौके पर पहुंचे तथा धरने में शामिल होकर जनता की आवाज को पुलिस अधिकारियों के कानों तक पहुंचाया। इस अवसर पर जिला महासचिव मनीष शर्मा, सलिल कपूर व संजीव कुमार, जिला उपाध्यक्ष परमजीत सिंह बतरा, संजीव खोसला, अजयबीर पाल सिंह रंधावा, मंडल अध्यक्ष राज कुमार, लखबीर सिंह, धर्म जागरण मंच के राज कुमार शर्मा, विक्की कपूर, सौरभ कपूर सहित भारी संख्या में आम लोग व कार्यकर्त्ता उपस्थित थे। आक्रोशित भीड़ का गुस्सा देख आखिर पुलिस प्रशासन को जनता की मांग के समक्ष झुकना पड़ा और आरोपी के विरु द्ध मामला दर्ज करना पड़ा।
हरविंदर सिंह संधू ने इस संबंधी जारी अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि तरनतारन रोड की पुरानी चुंगी पर अयोध्या में बने भगवान श्री राम जी के प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्र म संबंधी पोस्टर लगाया गया था, जिसे आम आदमी पार्टी के वार्ड नं. 44 के इंचार्ज दीपक सिंह राजू व उनके साथियों द्वारा फाड़ कर बेअदबी की गई, जिसकी वीडियो पोस्टर के सामने लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इस अपर्याशिचित घटना से हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाएं बहुत आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब पुलिस को इस संबंध में आरोपी के विरु द्ध कार्यवाही करने के लिए कहा गया तो वह राजनीतिक दबाव के चलते आना-कानी करने लगी।
मामला दर्ज ना होते देख आक्रोशित लोगों व भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने मिलकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही भाजपा नेता व कार्यकर्त्ता मौके पर पहुंचे तथा धरने में शामिल होकर जनता की आवाज को पुलिस अधिकारियों के कानों तक पहुंचाया। आखिर मामला गर्माता देख पुलिस प्रशासन को जनता की मांग के समक्ष झुकना पड़ा और आरोपी के विरु द्ध मामला दर्ज करना पड़ा।