जालंधर: भारतीय जनता पार्टी जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती राजपूत ने कड़े शब्दों में कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेश खाली में महिलाओं पर दिन रात अत्याचार बढ़ने से जहां सामाजिक सुरक्षा पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। वहीं प्रदेश की मुखिया मुख्यमंत्री ममता दीदी सब कुछ मालुम होने के बाबजूद भी अनजान बन कर अपनी घटिया मानसिकता का परिचय देते हुए तमाशा देख रही है।
उन्होंने कहा कि,वो खुद महिला होने के बावजूद भी महिलाओं पर हो रहे दुराचार का दर्द समझ नही पा रही है। उन्हें महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार न तो दिखाई दे रहे है और न ही वो देखना चाहती है। उन्होंने कहा कि अब बंगाल की जनता भी आने वाले लोकसभा चुनावों में इनका सूपड़ा साफ करके इन्हें मर्यादा का पाठ पढ़ाएगी।
उन्होंने कहा कि, टीएमसी के नेता की पोल अब पूरे देश के सामने खुल चुकी है और अत्याचार सहन करने वाली महिलाओं ने आगे आ कर अपनी आवाज़ बुलंद करते हुए रूह कंपाने वाली बातें रखी है। उन्होंने कहा कि वो सभी कह रही थी कि उनके साथ दिन-रात बलात्कार होता था यह सब कुछ करने वाले कोई और नहीं बल्कि टीएमसी के नेता है जो वहां की हर बेटी,हर बहू को अपनी पर्सनल प्रॉपर्टी समझते है।
उन्होंने कहा कि ममता दीदी महिलाओं के नाम पर कलंक है और इतना सब कुछ होने के बाबजूद भी उनकी चुप्पी बड़े सवाल खड़ा करती है। उन्होंने इस मुद्दे पर उच्चस्तरीय केन्द्रीय एजेंसियां से जांच की मांग की है ताकि पूरे बंगाल में इनके खिलाफ पनप रहे जन आक्रोश को न्याय मिल सके। उन्होंने ममता सरकार को चरमरा चुकी कानून व्यवस्था के खिलाफ तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की है।