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स्प्रिंग डेल के विद्यार्थियों के साथ रू-ब-रू हुए पूर्व राजदूत तरनजीत संधू

पने स्कूल के अनुभव आधारित शिक्षा प्रोग्राम के अंतर्गत आज स्प्रिंग डेल के विद्यार्थियों को यू.एस.ए.

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अमृतसर: अपने स्कूल के अनुभव आधारित शिक्षा प्रोग्राम के अंतर्गत आज स्प्रिंग डेल के विद्यार्थियों को यू.एस.ए. में भारत के पूर्व राजदूत तरनजीत सिंह संधू के साथ एक जागरूकता से भरपूर परिचर्चा में भाग लेने का अवसर मिला। इस अवसर पर जानकारी देते हुए स्प्रिंग डेल एजुकेशनल सोसाइटी के चेयरमैन साहिलजीत सिंह संधू ने बताया कि पूर्व राजदूत संधू जोकि जनवरी 2024 में रिटायर होने से पहले तक संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत थे, 1988 बैच के आई.एफ.एस. अफसर हैं और उनका 36 वर्षो का शानदार सर्विस रिकॉर्ड रहा है, जिसके दौरान उन्होंने यू.एन.ओ और भारतीय विदेश मंत्नालय में महत्वपूर्ण जिम्मेवारी के पद संभाले।

आरंभिक शिक्षा के दिनों में अमृतसर में पले-बढ़े राजदूत संधू शिक्षाविदों और समाज सुधारकों के परिवार से हैं और वह गुरद्वारा सुधार लहर के प्रसिद्ध लीडर तेजा सिंह समुंद्री के पोते है। इस चर्चा-सेशन के दौरान पूर्व राजदूत संधू ने भारत के एक ग्लोबल शक्ति के तौर पर उभरने के कारणों पर प्रकाश डाला। नई तकनीक का प्रसार, प्रगतिशील शिक्षा प्रणाली और मूल्यों पर आधारित मानव संसाधन के विकास का मॉडल वह कारण हैं जिन्होंने अंतर-राष्ट्रीय क्षेत्न में भारत के महत्व को उभारा है।

अंतर राष्ट्रीय समुदाय भारत के एक ग्लोबल शक्ति के तौर पर उभार को आशावादी होकर देख रहा। उन्होंने क्षेत्नीय संतुलन और ग्लोबल सद्धभावना को प्रोत्साहित करने में भारत की संभावित भूमिका के महत्व के बारे में भी जानकारी दी। इस चर्चा सेशन के अंत में एकाग्रता के साथ सुन रहे विद्यार्थियों ने अपने सवाल पूछे और पूर्व राजदूत ने उनके संतोषजनक जवाब दिए। विद्यार्थी ग्लोबल महत्व के मुद्दों पर भारत के रु ख को स्पष्ट तौर पर रखने के लिए भारतीय कूटनीति की सफलता से प्रभावित नज़र आये।

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