रूपनगर: सहायक कमिश्नर (जे) अरविंदरपाल सिंह सोमल ने स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया की रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर आवश्यक व्यवस्था लागू करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि डेंगू, मलेरिया और जल जनित बीमारियों की रोकथाम की जा सकती है यदि सभी विभाग आम लोगों के सहयोग से काम करें और मच्छरों को पनपने के लिए किसी भी प्रकार का आरामदायक वातावरण पैदा न होने दें।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि मच्छरों की उत्पत्ति को रोकने एवं मारने के लिए छिड़काव हेतु उपयोग की जाने वाली दवाओं की जानकारी सभी विभागों को उपलब्ध करवाई जाए। सहायक कमिशनर ने कहा कि डेंगू के मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है कि शहरों में नगर परिषद और ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग गांवों में स्प्रे और फॉगिंग करवाएं। यदि किसी क्षेत्र में डेंगू के अधिक मामले पाए जाते हैं तो उस क्षेत्र पर विशेष तौर पर ध्यान दिया जाना चाहिए और लोगों को इसके बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
प्रारंभिक एवं माध्यमिक शिक्षा अधिकारी को विशेष रूप से कहा गया कि वह स्कूलों में सुबह की सभा में बच्चों को डेंगू बीमारी के घातक प्रभावों के बारे में विस्तार से बताएं और यह सुनिश्चित करें कि छात्र इस जानकारी को अपने घरों में सांझा करें।
अरविंदरपाल सिंह सोमल ने कहा कि नगर परिषद के अधिकारियों ने सी.डी.पी.ओ. और पंजाब रोडवेज के अधिकारियों, कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करके शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार फॉगिंग करने के लिए कहा है।
इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में कहीं भी कूड़े का ढेर जमा न होने दिया जाए और अवकाश के दिन भी कूड़े का उठाव सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर अतिरिक्त कमिशनर (व) संजीव कुमार, एस.डी.एम नंगल अनमजोत कौर, सिविल सर्जन डॉ. डॉ. मनु विज, जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. प्रभलीन कौर, डॉ. सुनाली वोहरा, समस्त एस.एम.ओज एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।