अमृतसर: स्थानीय स्कूल ऑफ फ्रैंच लैंग्वेज को हाल ही में प्रसिद्ध फ्रांसीसी साहसी, ट्राय थलीट और सांस्कृतिक उत्साही फ्रैंको इसहाइनोट की मेज़बानी करने का गौरव प्राप्त हुआ। यह दौरान केवल फ्रेंच भाषा सिखाने बल्किछात्नों को फ्रेंच संस्कृति और सभ्यता से परिचित कराया जाता है। फ्रैंको इसहाइनोट ने 14 फरवरी 2024 कोलियोन से चेन्नई तक साइकिल पर अपनी 15 हजार कि.मी. की महायात्ना की शुरु आत की थी। इस दौरान उन्होंने फ्रांस, इटली, स्लोवेनिया, क्र ोएशिया, सर्बिया, बुल्गारिया, तुर्की, ईरान, तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान, किर्गिस्तान, चीन, पाकिस्तान और भारत जैसे 14 देशों की यात्ना की। यह यात्ना केवल एक शारीरिक चुनौती नहीं है, बल्किएक सांस्कृतिक यात्ना भी है, जो लियोनमेंरेशम निर्माण की समृद्ध विरासत को एशिया के साथ जोड़ती है।
स्कूल ऑफ फ्रेंच लैंग्वेज में अपने दौरे के दौरान, फ्रेंको इसहाइनोट ने छात्नोंऔर शिक्षकों के साथ बातचीत की, अपने अनुभव और फ्रेंच संस्कृति और अपनी यात्ना के महत्व के बारे में बताया। यह सत्न फ्रांस और उनकी यात्ना के मार्ग के कई देशों के बीच के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों क ी एक जीवंत खोज थी, जिसमे ंविशेष रूप से फ्रांस और भारत के बीच सांस्कृतिकआदान-प्रदान पर जोर दिया गया। स्कूल ऑफ फ्रेंच लैंग्वेज के निदेशक गुरप्रीति सिंह बेदी ने ऐसे प्रेरणादायक व्यक्ति की मेज़बानी करने पर अपनी खुशी व्यक्त की।