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भीषण गर्मी के बाद अब बाढ़ बनी आफत… 4 लाख से अधिक लोग हुए प्रभावित, खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां

बृहस्पतिवार की शाम तक की खबरों के अनुसार, राज्य की कोपिली, बराक और कुशियारा जैसी कुछ प्रमुख नदियां खतरे के निशान से उपर बह रहीं हैं।

गुवाहाटी : असम में बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को भी गंभीर बनी है और प्रमुख नदियों में पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ से विभिन्न जिलों के चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। बृहस्पतिवार की शाम तक की खबरों के अनुसार, राज्य की कोपिली, बराक और कुशियारा जैसी कुछ प्रमुख नदियां खतरे के निशान से उपर बह रहीं हैं। अधिकारियों ने बताया कि 19 जिलों .. बालाजी, बक्सा, बारपेटा, बिस्वनाथ, कछार, दरांग, गोलपाड़ा, हैलाकांडी, होजाई, कामरूप, करीमगंज, कोकराझार, लखीमपुर, नागांव, नलबाड़ी, सोनितपुर, दक्षिण सलमारा, तामुलपुर और उदलगुरी में चार लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

राज्य में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण बाढ़ आई है। असम के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं और अगले कुछ दिनों में राज्य के कुछ स्थानों पर बादलों की गरज तथा बिजली की चमक के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। अधिकारी ने बताया कि करीमगंज में सबसे ज्यादा 2.5 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इसके बाद बाढ़ प्रभावितों में दरांग और तामुलपुर का स्थान है।

इस वर्ष बाढ़, भूस्खलन और तूफान से राज्य में जान गंवाने वालों की संख्या 36 तक पहुंच गई है। विभिन्न जगहों पर 100 से अधिक राहत शिविर लगाए गए हैं, जिनमें 14 हजार से अधिक प्रभावित लोगों ने शरण ली है। अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित जिलों में बाढ़ के पानी से कई तटबंधों, सड़कों और पुलों को नुकसान पहुंचा है।

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