चीन के मानवाधिकार संरक्षण को संयुक्त राष्ट्र से “हार्दिक सराहना” क्यों मिलती है?

इस हफ्ते गुरुवार को, स्विट्जरलैंड के जिनेवा में जब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने सर्वसम्मति से चीन की राष्ट्रीय मानवाधिकार समीक्षा रिपोर्ट के चौथे दौर को मंजूरी दी, तो आयोजन स्थल गर्मजोशी से तालियों से गूंज उठा। कई देशों के प्रतिनिधियों ने चीनी प्रतिनिधिमंडल को बधाई दी। राष्ट्रीय मानवाधिकार समीक्षा देशों के लिए मानवाधिकार मुद्दों.

इस हफ्ते गुरुवार को, स्विट्जरलैंड के जिनेवा में जब संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने सर्वसम्मति से चीन की राष्ट्रीय मानवाधिकार समीक्षा रिपोर्ट के चौथे दौर को मंजूरी दी, तो आयोजन स्थल गर्मजोशी से तालियों से गूंज उठा। कई देशों के प्रतिनिधियों ने चीनी प्रतिनिधिमंडल को बधाई दी।

राष्ट्रीय मानवाधिकार समीक्षा देशों के लिए मानवाधिकार मुद्दों पर समान और स्पष्ट आदान-प्रदान करने और संयुक्त राष्ट्र के ढांचे के भीतर रचनात्मक बातचीत और सहयोग करने का एक महत्वपूर्ण मंच है। चीन ने क्रमशः साल 2009, साल 2013 और साल 2018 में समीक्षा के पहले तीन दौर में भाग लिया। समीक्षा के तीसरे दौर के बाद से, मानवाधिकार संरक्षण को और बेहतर बनाने के लिए चीन ने कई कानूनों या संशोधित कानूनों को प्रख्यापित किया है, समीक्षा के चौथे दौर की अधिकांश सिफारिशों को स्वीकार किया है, और घोषणा की है कि वह मानवाधिकार सुरक्षा के लिए 30 नए उपाय करेगा, जो लोगों की आजीविका, कल्याण, मानवाधिकार कानूनी गारंटी, अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार सहयोग आदि पहलुओं से संबंधित है। चीन की कार्रवाई को विभिन्न पक्षों की सराहना मिली है।

वर्षों से, चीन ने प्राथमिक बुनियादी मानव अधिकारों के रूप में अस्तित्व और विकास के अधिकार का पालन किया है, और रचनात्मक रूप से प्रस्तावित किया है कि “अस्तित्व सभी मानव अधिकारों का आनंद लेने का आधार है, और लोगों का खुशहाल जीवन सबसे बड़ा मानव अधिकार है।” देश में ऐतिहासिक रूप से पूर्ण गरीबी की समस्या का समाधान किया गया, सर्वांगीण तरीके से खुशहाल समाज का निर्माण किया गया, विश्व में सबसे बड़े पैमाने वाली शिक्षा, सामाजिक गारंटी व चिकित्सा प्रणाली और 5 जी नेटवर्क का निर्माण किया गया। मानवाधिकार संरक्षण में चीन की उपलब्धियाँ सभी के लिए स्पष्ट हैं। 

इधर के सालों में, चीन ने वीज़ा-मुक्त देशों का विस्तार किया और आने वाले विदेशियों की सुविधा के लिए सिलसिलेवार उपाय शुरू किए। विदेशी सोशल प्लेटफॉर्म पर “चीन की यात्रा” की एक लहर शुरू की गई। सुरक्षित और तेज़ गति वाली हाई-स्पीड रेलगाड़ी, डिलीवरी ड्रोन और नई ऊर्जा वाहन आदि, यह सब कई विदेशी पर्यटकों को आहें भरने पर मजबूर कर देता है। उनका कहना है, “यह पता चला कि जो कुछ भी मैंने पहले सुना था वह सब झूठ था!”  

कोई सर्वोत्तम मानवाधिकार संरक्षण नहीं है, केवल बेहतर है। वर्तमान में चीन चीनी शैली के आधुनिकीकरण को बढ़ावा दे रहा है। इससे न केवल इस देश और दुनिया के लोगों को ठोस लाभ मिलता है, बल्कि मानवाधिकारों का विकास मॉडल भी समृद्ध होता है। राष्ट्रीय मानवाधिकार समीक्षा चीन के मानवाधिकार विकास पथ पर केवल एक कड़ी है। चीन में और भी रोमांचक मानवाधिकार कहानियाँ अभी भी लिखी जा रही हैं। दुनिया में मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए अन्य देशों के साथ काम करने के चीन के प्रयास भी जारी हैं।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) 

- विज्ञापन -

Latest News