चंडीगढ़ : लोकसभा चुनाव खत्म हो चुके हैं और नई सरकार के गठन को एक महीने से ज्यादा हो गया है। इन चुनावों के दौरान बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने प्रचार के दौरान सबसे ज्यादा पैसे खर्च किए। सबसे कम खर्च करने वाले उम्मीदवार विरसा वल्टोहा हैं। दूसरे सबसे ज्यादा खर्च करने वाले उम्मीदवार आप के करमजीत अनमोल हैं, जिन्होंने फरीदकोट से चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं सके। दूसरे सबसे कम खर्च करने वाले उम्मीदवार अमंशेर सिंह कलसी हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, हरसिमरत कौर बादल ने सबसे ज्यादा 93 लाख 23,903 रुपए खर्च किए, जबकि विरसा सिंह वल्टोहा ने सबसे कम 21 लाख 39 हजार 698 रुपए खर्च किए। भाजपा के 13 उम्मीदवारों ने सामूहिक रूप से 9 करोड़ 87 लाख 66 हजार 749 रुपए खर्च किए। भाजपा ने प्रत्येक उम्मीदवार पर औसतन 75 लाख 97 हजार 442 रुपए खर्च किए, जो सबसे ज्यादा है। यह पहला मौका था जब भाजपा ने बिना किसी गठबंधन के अकेले चुनाव लड़ा।
कांग्रेस ने औसतन 70 लाख 18 हजार 796 रुपए खर्च किए। आम आदमी पार्टी ने औसतन 65 लाख 22 हजार 187 रुपए खर्च किए। अकाली दल ने 57 लाख 22 हजार 946 रुपए खर्च किए।
परनीत कौर को चुनाव फंड के लिए 1 करोड़ 12 लाख रुपए मिले
एक उम्मीदवार अपने चुनाव में 95 लाख रुपए तक खर्च कर सकता है। पटियाला से परनीत कौर को चुनाव फंड के लिए 1 करोड़ 12 लाख रुपए मिले। परनीत कौर ने करीब 75 लाख 44 हजार खर्च किए और 36 लाख 55 हजार अपने पास बचाए। भाजपा ने अपने प्रत्येक उम्मीदवार को पार्टी फंड से 50 लाख रुपए दिए।
राणा सोढ़ी को 87 लाख 58 हजार रुपए मिले
फिरोजपुर से उम्मीदवार राणा सोढ़ी को 87 लाख 58 हजार रुपए मिले, राणा सोढ़ी ने 75 लाख रुपए खर्च किए, 12 लाख 57 हजार रुपए बचाए। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने अपने किसी भी उम्मीदवार को पार्टी फंड नहीं दिया।
हरसिमरत कौर बादल को 60 लाख
शिरोमणि अकाली दल ने सिर्फ दो उम्मीदवारों को पार्टी फंड दिया, जिसमें हरसिमरत कौर बादल को 60 लाख रुपए और अनिल जोशी को 55 लाख रुपए दिए गए।