नई दिल्ली : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनकल्याणकारी बजट पेश किए जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार मानते हुए किसानों-ग्रामीणों, गरीब वर्ग, युवाओं, महिलाओं सहित समाज के सभी वर्गों को बधाई और शुभकामनाएं दी है। चौहान ने कहा कि भारत की आत्मा है गांव और प्राण है किसान, आज का बजट ग्रामीण विकास और कृषि क्षेत्र की प्रगति में नए आयामों को स्थापित करेगा।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह विकसित भारत के निर्माण की नींव रखने वाला का बजट है। वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण का बजट है, विशेषकर किसान, गरीब, महिलाएं, युवा और मध्यम वर्ग के कल्याण पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। यह बजट इन सब वर्गों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन करेगा। ग्रामीण क्षेत्र को और विकसित करेगा व किसानों की जिंदगी बदलेगा। किसान की दृष्टि से अगर देखें तो इसमें सभी पक्षों पर ध्यान दिया गया है, उत्पादन बढ़ाना, क्योंकि लाभ तभी होगा, जब उत्पादन बढ़ेगा, उसके लिए फल-सब्जी और अनाज की 109 नई वैरायटी जारी की जाएगी, जो जलवायु अनुकूल होगी और ग्लोबल वार्मिंग के मौजूदा खतरे में चाहे ज्यादा तापमान हो या कम पानी हो, अच्छा उत्पादन देगी। चौहान ने कहा कि न केवल उत्पादन बढ़ाने की बात है, अपितु इस बजट में लागत घटाने के प्रयत्न भी हैं, किसान क्रेडिट कार्ड हो या सस्ता ऋण हो, उनके कारण किसानों की लागत घटेगी।
चौहान ने बताया कि प्राकृतिक खेती के मिशन में हम किसानों को प्रशिक्षित करेंगे, प्राकृतिक खेती में केमिकल फर्टिलाइजर का इस्तेमाल नहीं होगा तो जो उत्पाद होगा, वह फल-सब्जी हो या अनाज, वे मनुष्य के लिए बहुत हितकारी होगा। प्राकृतिक खेती होने से लोग बीमारियों से बचेंगे और धरती का स्वास्थ्य भी सुधरेगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि जैसी योजना से जो छोटे और सीमांत किसान है, उनकी लागत में कमी आएगी, इनपुट डालने का मौका उन्हें इस राशि से मिलेगा। उत्पादन के ठीक दाम देने के लिए MSP पर खरीदी सुनिश्चित की गई है और सरकार ने हाल ही में खरीफ की 14 फसलों की MSP की दरें जारी की है, उससे किसानों को ठीक दाम मिलना सुनिश्चित होगा।
उन्होंने बताया कि कृषि में डिजिटल इंफ्रा तैयार करने की बात कही गई है, जिससे किसान कई परेशानियों से बचेंगे। विशेषकर दलहन-तिलहन का उत्पादन बढ़े और किसानों को भी ठीक दाम मिले, इसलिए उड़द, मसूर, तूर (अरहर) जो किसान पैदा करेंगे, वह पूरी msp पर खरीद होगी, उसके लिए समृद्धि पोर्टल भी लांच किया गया है। हमारा देश दलहन और तिलहन के उत्पादन में आत्मनिर्भर बने, इस बात का प्रयत्न किया जाएगा।
चौहान ने कहा कि बजट में गरीबों के और मकान बनाने का फैसला किया गया है। ग्रामीण क्षेत्र में गरीबों के 2 करोड़ घर बनेंगे, गरीबों के लिए बजट नवजीवन है। साथ ही, महिला सशक्तिकरण के लिए NRLM के माध्यम से अनेक नए काम प्रारंभ करके महिला सशक्तिकरण करना व गरीब बहनों को लखपति बनाने का अभियान हाथ में लिया गया है प्रधानमंत्री जी का जो 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प है, वो इस बजट के माध्यम से साकार होगा। उन्होंने कहा कि इस बजट में ग्रामीण युवाओं के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया गया है। दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के तहत ट्रैनिंग दी जाएगी और जो युवा प्रशिक्षित होंगे, उन्हें रोजगार से जोड़ने का काम किया जाएगा।
चौहान ने कहा कि कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्रों में देखें तो 1.52 लाख करोड़ रु. का प्रावधान किया गया है, वहीं फर्टिलाइजर सब्सिडी 1.64 लाख करोड़ रु. से भी ज्यादा है, वो अलग से है। कृषि और किसानों के लिए काफी राशि रखी गई है और ग्रामीण विकास की दृष्टि से भी देखें तो ग्रामीण विकास सेक्टर हेतु कुल 2.66 लाख करोड़ रु. का प्रावधान किया गया है। बजट में सरकार ने विकसित भारत हेतु 9 प्राथमिकताएं रखी है, जिसमें पहली प्राथमिकता कृषि क्षेत्र में उत्पादकता व लचीलापन है। 400 जिलों में फसलों का डिजिटल सर्वेक्षण के साथ ही 5 राज्यों में जन समर्थ आधारित किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे। इसके अलावा एफपीओ, सहकारी समितियों और स्टार्ट- अप्स को बढ़ावा देंगे।