अमृतसर: डिप्टी कमिश्नर घनशाम थोरी ने अमृतसर के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पंजाब, जल आपूर्ति एवं सीवरेज बोर्ड, चंडीगढ़ को पत्र लिखा है। गौरतलब है कि 25 जुलाई को जालंधर में मुख्यमंत्री पंजाब की हुई बैठक में डिप्टी कमिश्नर अमृतसर ने भी यह मुद्दा उठाया था कि अमृतसर में तीन सीवेज ट्रीटमैंट प्लांट काम कर रहे हैं जिसकी कुल क्षमता 217.50 एमएलडी है, जो बहुत कम है। उन्होंने बताया था कि एक सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट खापर खीरी 95 एमएलडी, दूसरा गोंसाबाद 95 एमएलडी और तीसरा चाटीविंड में 97.5 एमएलडी में चल रहा है इन सीवरेज उपचार संयंत्रों का डिस्चार्ज लगभग 250-260 एमएलडी है जो स्थापित क्षमता से कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा 50-60 एमएलडी तुंग ढाब नाले में कई जगहों से अनुपचारित पानी जा रहा है।
थोरी ने अपने लिखित पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि भविष्य में स्वास्थ्य संबंधी खतरों को रोकने के लिए इन संयंत्रों की क्षमता बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने लिखा है कि गोंसाबाद के सीवेज ट्रीटमैंट प्लांट पर 110 करोड़ रु पए और खापर खीरी प्लांट पर 85 करोड़ रु पए का अनुमानित खर्च अमृत योजना के तहत लिया जा सकता है। थोरी ने पत्र में लिखा है कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के अनुसार लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने और पानी की सुरक्षा के लिए सीवेज ट्रीटमैंट प्लांट की 100 प्रतिशत क्षमता सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि अमृतसर आने वाले बड़ी संख्या में पर्यटकों का स्वास्थ्य ठीक रहेगा।