पानीपत: हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली क्षेत्र में यमुना में बाढ़ प्रबंधन के तहत सिंचाई विभाग की टीमों ने सनौली और बापौली गांवों से सटे यमुना तटबंध पर गांव राणा माजरा से हथवाला राक्सेड़ा तक करीब 37 किलोमीटर क्षेत्र में विभिन्न गांवों में किसानों द्वारा ट्यूबवेल के पानी के लिए लगाए गए पाइपों को उखाड़ दिया है।
ताकि यमुना में अधिक पानी आने पर ये पाइप तटबंध को कोई नुकसान न पहुंचाएं। सिंचाई विभाग के पांच जेई की टीमें पिछले कई दिनों से जेसीबी की मदद से यमुना तटबंध पर किसानों द्वारा लगाए गए पाइपों को उखाड़ रही हैं। साथ ही यमुना तटबंध में अगर कोई बिल आदि पाया जाता है तो उसे भी बंद किया जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार यमुना में अधिक पानी पाइपों व बिलों के माध्यम से तटबंध को नुकसान पहुंचाता है।
इस संबंध में सिंचाई विभाग के एक्सईएन सुरेश सैनी व एसडीओ सर्वजीत सिंह का कहना है कि राणा माजरा से हथवाला तक यमुना तटबंध पर जहां भी किसानों ने पाइपें लगाई हैं, उन्हें उखाड़ दिया गया है तथा तटबंध को मजबूत किया जा रहा है। तटबंध के अंदर हो रहे कटाव में मिट्टी भर रही है। यमुना तटबंध के दोनों ओर जिन किसानों के खेत हैं, उन्होंने अपने ट्यूबवेल से खेतों तक पानी लाने के लिए तटबंध को खोदकर पाइप बिछाए हैं, जिन्हें उखाड़ा जा रहा है।