कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को अचानक जूनियर चिकित्सकों के धरनास्थल पर पहुंचीं और उन्हें उनकी मांगों पर गौर करने तथा दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। साल्ट लेक में स्वास्थ्य भवन के बाहर प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि चिकित्सक बारिश के बीच सड़क पर धरना दे रहे हैं, जिससे उनकी रातों की नींद उड़ गई है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे मुख्यमंत्री के तौर पर नहीं, बल्कि आपकी ‘दीदी’ के तौर पर मिलने आई हूं।’’
#WATCH | Kolkata: West Bengal CM Mamata Banerjee says, “I have come forward by leading the student movement, I have also struggled a lot in my life, I understand your struggle. I am not worried about my position. It rained all night yesterday, you were sitting here protesting, I… pic.twitter.com/uZ7dThEJ77
— ANI (@ANI) September 14, 2024
बनर्जी ने कहा, ‘‘मैं आपको आश्वासन देती हूं कि आपकी मांगों पर गौर करूंगी और अगर कोई दोषी पाया गया तो कार्रवाई करूंगी।’’ उन्होंने धरने पर बैठे चिकित्सकों से काम पर लौटने का आग्रह किया। बनर्जी ने यह घोषणा भी की कि सभी सरकारी अस्पतालों की रोगी कल्याण समितियों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। बनर्जी ने कहा, ‘‘संकट को सुलझाने का यह मेरा आखिरी प्रयास है।’’ मुख्यमंत्री के जाने के बाद आंदोलनकारी चिकित्सकों ने कहा कि वे बातचीत होने तक अपनी मांगों को लेकर समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं।
मंगलवार से ही चिकित्सक राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय स्वास्थ्य भवन के बाहर डेरा डाले हुए हैं। उनकी मांगों में सरकारी अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था कायम करना और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में चिकित्सक से बलात्कार और हत्या के मामले में शीर्ष अधिकारियों को हटाना शामिल है।