किगाली: रवांडा ने देश में मारबर्ग वायरस रोग (एमवीडी) के प्रसार को रोकने के प्रयासों के तहत फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देते हुए मारबर्ग वैक्सीन परीक्षणों का संचालन शुरू किया। रवांडा के स्वास्थ्य मंत्री सबिन न्सांजिमाना ने रविवार को राष्ट्रीय राजधानी किगाली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि परीक्षण टीकाकरण के पहले दौर में स्वास्थ्य कर्मियों, आपातकालीन केस और ऐसे व्यक्तियों को लक्षित किया गया है, जिनका मारबर्ग के पुष्टि किए गए मामलों के साथ संपर्क रहा है। उन्होंने आगे कहा, ‘हमें वैक्सीन की 700 खुराक मिली हैं और हमें उम्मीद है कि हमारे लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा में हमारे प्रयासों को जारी रखने के लिए जल्द ही और खुराक आ जाएंगी।‘ सबिन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा, ‘सबिन वैक्सीन इंस्टीच्यूट द्वारा निर्मति मारबर्ग वैक्सीन, युगांडा और केन्या जैसे देशों में पहले ही प्रभावी साबित हो चुकी है।
समय पर निदान सुनिश्चित करने के लिए रवांडा ने किगाली सहित हर प्रांत में प्रयोगशालाएं स्थापित करके अपनी परीक्षण क्षमता का विस्तार किया है।‘ उसी कार्यक्रम में रवांडा में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि ब्रायन चिरोम्बो ने स्वास्थ्य कíमयों की सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। वायरस ने शुरू में चिकित्सा पेशेवरों को ही प्रभावित किया था। चिरोम्बो ने कहा, ‘अगर डाक्टर बीमार हो जाते हैं, तो लोगों का इलाज करने वाला कोई नहीं होगा। हमें अपने फ्रंटलाइन कार्यकत्र्ताओं की रक्षा करनी चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे लोगों की जान बचा सकें।‘ उन्होंने यह भी पुष्टि की कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मारबर्ग प्रकोप के खिलाफ रवांडा की तेजी से प्रतिक्रिया का समर्थन करने के लिए 11 विशेषज्ञों को तैनात किया है। रवांडा ने पिछले महीने के अंत में मारबर्ग प्रकोप की घोषणा की थी।