हरियाणा के रेवाड़ी में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से निर्देश जारी किए गए है। जिसमें टीबी के बढ़ते मरीजों को ध्यान में रखते हुए कई फैसले किए गए है। जिनमें टीबी के मरीजों के लिए अलग से विशेष वार्ड बनाने व जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने पर फैसले लिए गए है।
इसके आधार पर नागरिक अस्पताल में टीबी वार्ड के लिए जगह की तलाश शुरू कर दी गई है। ये निर्देश स्वास्थ्य निदेशक डॉ. ब्रह्मदीप ने नागरिक अस्पताल का निरीक्षण करते हुए दिए थे। जिन पर काम भी किया जा रहा है।
आंकड़ों को देखा जाए तो हर साल टीबी के 85 से अधिक पीड़ित पाए जाते है। टीबी एक गंभीर जीवाणु संक्रमित रोग है। जिसके फैलने का खतरा बहुत अधिक होता है। ये हवा के द्वारा बड़ी ही आसानी से सांस के माध्यम से किसी भी दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकती है। यह बीमारी माइक्रोबेक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस नामक बैक्टीरिया से होता है।
इन सभी मुद्दों को ध्यान में रखते हुए विभाग ने मरीजों के बेहतर इलाज के लिए अलग से वार्ड बनाने का फैसला किया है। जिससे यह बीमारी अन्य लोगों में भी न फैले और मरीज का पूर्ण इलाज हो सके। टीबी की दवाइयों का कोर्स कम से कम 9 महीने ओर ज्यादा से ज्यादा 20 महीने तक चलता है।