मुंबई: भाजपा महासचिव विनोद तावड़े तब एक बड़े विवाद में घिर गए जब बहुजन विकास आघाडी (बीवीए) के नेता हितेंद्र ठाकुर ने मंगलवार को उन पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की पूर्व संध्या पर पालघर में मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप लगाया। भाजपा ने इस दावे को खारिज किया जबकि विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) ने सत्तारूढ़ दल पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने और भ्रष्ट आचरण में लिप्त होने का आरोप लगाया।
हालांकि, तावड़े ने कहा कि वह चुनाव प्रक्रियाओं के संबंध में मार्गदर्शन देने के लिए नालासोपारा में थे और उन्होंने विपक्षी दलों को उनके (तावड़े पर) लगाए गए आरोपों को साबित करने की चुनौती दी। बीवीए विधायक ठाकुर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘भाजपा के कुछ नेताओं ने मुङो सूचित किया कि भाजपा महासचिव विनोद तावड़े मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए 5 करोड़ रुपए बांटने विरार आए हैं। मैंने सोचा कि उनके जैसा एक राष्ट्रीय स्तर का नेता इतना नीचे नहीं गिरेगा, लेकिन मैंने उन्हें वहां देखा।
मैं निर्वाचन आयोग से उनके और भाजपा के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।’ बीवीए विधायक ठाकुर ने आरोप लगाया कि जिस होटल में तावड़े ठहरे थे, उसने सीसीटीवी रिकॉर्डिग बंद कर दी थी। उन्होंने कहा, ‘होटल प्रशासन की तावड़े और भाजपा के साथ मिलीभगत प्रतीत होती है। उन्होंने हमारे अनुरोध के बाद ही सीसीटीवी चालू किया। वह (तावड़े) मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे बांट रहे थे।’
एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें बीवीए कार्यकत्र्ता उस होटल के बाहर तावड़े के साथ बहस करते दिख रहे हैं जिसमें वह ठहरे हुए थे। मीरा भयंदर-वसई विरार पुलिस आयुक्तालय के जोन 2 पुलिस उपायुक्त पूíणमा चौगुले श्रृंगी ने पुष्टि की कि उस होटल से जुड़ी घटनाओं के संबंध में तुलिंज पुलिस थाने में 2 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जहां कथित तौर पर नकदी वितरण हुआ था। उन्होंने अधिक जानकारी दिए बिना, घटना की गहन जांच का आश्वासन दिया।
भाजपा ने हालांकि, ठाकुर के दावों को खारिज करते हुए इसे मात्र एक प्रचार हथकंडा करार दिया। भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने कहा, ‘एमवीए पहले ही हार चुका है। इस चुनाव में उनकी हार तय है, यही वजह है कि वे हमारे खिलाफ इस तरह के बेतुके आरोप लगा रहे हैं।’